पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा शहर में 11 हजार केवी की लाइन निकाली गई हैं। सिविल लाइन क्षेत्र में डिवाइडर सड़क के निर्माण के बाद 11 हजार केवी की लाइन को कई स्थानों पर सड़क क्रास कर निकाला गया हैं। सड़क पर क्रास कर निकाली गई लाइन के साथ ही सड़क के बाजू से निकली इस लाइन पर गार्डनिंग नहीं की गई हैं। इससे हमेशा ही हादसें की संभावना बनी रहती हैं। विदित हो कि पिछले दो दिनों से शहर में लगातार 11 हजार केवी लाइन के तार टूट रहे हैं। इसके बाद भी विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रहा हैं।
दो दिन से टूट रही लाइन: विदित हो कि पिछले दो दिनों से लगातार 11 हजार केवी की लाइन टूट कर जमीन पर गिर रही हैं। विदित हो कि बुधवार की दोपहर 2 बजे के लगभग रेलवे पुल के पास 11 हजार केवी की लाइन का इंस्यूलेटर टूट गया था। इससे तार पहले लोहे के खम्बें में लगा और जोर का फाल्ट हुई। इसके बाद वह पेड़ से चिपक गया और आग लग गई। इसके बाद तार टूट कर जमीन पर जा गिरा। तार के जमींन पर गिरते हुए जगह-जगह आग लग गई। आलम यह था कि यह तार जिन पेड़ों के संपर्क में आया, उनकी पत्तियां भी जलने लगी थी। वहीं इस घटना के बाद यहां से दुकानदार अपनी दुकानें छोड़कर भाग खड़े हुए थे। वहीं गुरूवार की रात्रि 11 बजे के लगभग शिवनगर कॉलोनी में भी 11 हजार केवी का तार टूट गया था। वह तो गनीमत रहीं कि यह तार खेतों की ओर जा गिरा। यदि सड़क पर गिरता तो बड़ी घटना हो सकती थी।
हो चुकी हैं घटनाएं: विदित हो कि जिले में 11 हजार केवी की विद्युत लाइन टूटने से कई बार बड़ी घटनाएं भी हो चुकी हैं। लगभग एक माह पूर्व ग्राम देरी के पास 11 हजार केवी की विद्युत लाइन टूटने से 12 भैंसों की मौत हो गई थी। वहीं लगभग एक सप्ताह पूर्व ओरछा के ग्राम जिजौरा में भी 11 हजार केवी की विद्युत लाइन टूटने से 5 गायों की मौत हो गई थी। इसके साथ ही कुछ अन्य स्थानों पर भी घटनाएं हो चुकी हैं।
गार्डनिंग से होती हैं सुरक्षा: विदित हो कि विद्युत लाइन डालते समय गार्डनिंग करने का नियम हैं। विद्युत लाइनों में गार्डनिंग इसीलिए की जाती हैं, कि यदि कभी कोई तार टूट कर गिरे तो वह इन गार्डनिंग पर झूल जाएगा और जमीन पर नहीं आ सकेगा। इससे ऐसी घटनाओं में दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाती हैं। लेकिन विभाग ने बिना गार्डनिंग के ही पूरे शहर में 11 हजार केवी का जाल बिछा दिया हैं। विदित हो कि जिले के सबसे व्यस्त सिविल लाइन ऐरिया में ही अस्पताल चौराहे से लेकर कलेक्ट्रेट तक 6 स्थानों पर 11 हजार केवी की लाइन सड़क क्रास कर रही हैं, लेकिन कहीं भी गार्डनिंग नहीं की गई हैं।
कहते हैं अधिकारी: मैंने अभी-अभी यहां ज्वाइन किया हैं। रेवले स्टेशन के पास की घटना इंस्यूलेटर टूटने के कारण हुई थी। यदि यहां गार्डनिंग नहीं हैं तो पूरी लाइन का प्रस्ताव बनाकर गार्डनिंग कराई जाएगी।- एमके सोनी, एसई, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, टीकमगढ़।