रेत के अवैध खनन एवं परिवहन को लेकर पुलिस पर हमेशा ही आरोप लगते रहे है। रेत के अवैध कारोबार में पुलिस की संलिप्तता को लेकर भी खबरें आती रही है। सभी की मिलीभगत से चलने वाले इस कारोबार में संलिप्त पुलिस के अधिकारी एवं कर्मचारियों पर बिरली ही कार्रवाइयां हुई है। लेकिन, नवागत पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने अब साफ कर दिया है कि इस प्रकार के काम पुलिस महकमें में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने शिकायत मिलने पर उसकी अपने स्तर पर जांच कराकर रेत के अवैध परिवहन से रुपए उगाही करने वाले 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है।
यह हुए निलंबित
एसपी खरे ने बताया कि उन्हें सूचनाएं मिल रही थी कि रात को 11 बजे के बाद पुलिस के कुछ अधिकारी एवं जवान अंबेडकर तिराहे पर अवैध तरीके से रेत के वाहनों से उगाही कर रहे है। इन अधिकारियों द्वारा रेत के ट्रकों से मोटी रकम की मांग की जाती है। इस शिकायत की पुष्टी होने के बाद उन्होंने कोतवाली में पदस्थ एसआई नीरज सिंह लोधी एवं अनुजा मिश्रा के साथ ही आरक्षक अर्जुन सिंह तोमर, शैलेंद्र सिंह एवं अमोल यादव को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी खरे ने इसकी जांच जतारा एसडीओपी को सौंप दी है।
अनैतिक काम बर्दाश्त नहीं
एसपी खरे का कहना है कि उन्होंने आते ही कहा था कि जनता के बीच पुलिस की विश्वनीयता बनी रहनी चाहिए। जिले में इस प्रकार के अनैतिक कार्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उनका कहना था कि प्रशिक्षण अवधि में जब यह लोग ऐसा कर रहे है तो क्या सीखेंगे। उन्होंने पूरे पुलिस अमले को संदेश दिया है कि अब इस प्रकार के कार्यों से दूर रहे, नहीं तो किसी को नहीं बख्शा जाएगा। एसपी की इस कार्रवाई के बाद से कोतवाली से लेकर पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है।