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टीकमगढ़

प्यास बुझाने में विफल हो गए अमृत सरोवर

चंदेरा ग्राम पंचायत का अमृत सरोवर

टीकमगढ़Jun 07, 2024 / 11:11 am

akhilesh lodhi

चंदेरा ग्राम पंचायत का अमृत सरोवर

चंदेरा ग्राम पंचायत का अमृत सरोवर

अमृत सरोवर में करोड़ो रुपए खर्च, फिर भी एक बूंद नहीं कर पाए संरक्षण

टीकमगढ़. जिले की चार जनपद पंचायतों में मनरेगा योजना से ७२ और अटल भूजल योजना से १६ अमृत सरोवर तालाबों का निर्माण किया गया हैं। लेकिन सही मानिटरिंग न होने के चलते सभी तालाब गर्मी आने से पहले ही सूख गए हैं। जिला पंचायत विभाग के माध्यम से जिले भर में अमृत सरोवर योजना तालाब का निर्माण कराया गया जो विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़़ गए। इन सरोवरों में एक बूंद पानी नहीं बचा हैं, ऐसे में पशु पक्षी और बेजुवान को पानी के लिए भटकना पड़ रहा हैं।
गर्मी के दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट से निपटने और भू जल स्तर को बनाए रखने के लिए सरकार ने अमृत सरोवर योजना की शुरूआत की। योजना के तहत जिले में तालाब भी बन गए, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट की आहट होने लगी हैं। जतारा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत चंदेरा, धर्मपुरा, बनागांय, नदिया, बल्देवगढ़ जनपद पंचायत की कैलपुरा, सरकर खालसा, पलेरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत रामनगर बुजुर्ग, टौरी, नुना, उपरारा, टीकमगढ़ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत अमरपुर, दरी, नयागांव, रौरई, माडूमर में लाखों रुपए के सरोवर में एक बूंद पानी नहीं है। इन तालाबों से धूल उड़ रही है, न तो ये सरोवर क्षेत्र का जल स्तर बढ़ाने में कामयाब हुए और न ही जल संग्रहण के काम आ सके।
एक तालाब की ८ से २४ लाख रुपए थी लागत
जिले में अमृत सरोवर तालाबों की लागत ८ लाख से २४ लाख रुपए तक थी। जिले की चार जनपद पंचायतों में ८८ अमृत सरोवरों पर पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च हो गई है, अधिकांश सरोवर पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन वह तालाब सूखे पड़े हुए हैं। यदि इन तालाबों में पानी होता तो गर्मी के दिनों में पशु पक्षियों को राहत मिल पाती। लेकिन जिले में योजना मूल उद्देश्य की पूर्ति नहीं कर सकी।
कुछ भरे थे और कुछ थे खाली
ग्राम पंचायतों जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर तो निर्माण कर दिए, लेकिन उन्हें भरने के लिए रास्ता नहीं बनाया गया। कई सरोवर भराव क्षेत्र में निर्माण किए, वह लबालब भर गए, लेकिन पटल के नीचे से पानी का लगातार रिसाव होने के कारण गर्मी से पहले सूख गया। जिसे देखकर लगता हैं की जिम्मेदार विभाग और ठेकेदार से आपसी गठजोंड़ कर शासकीय राशि का दुरुपयोग कर दिया।
यह सरोवर की स्थिति
टीकमगढ़ जनपद पंचायत में मनरेगा योजना के तहत ८, बल्देवगढ़ जनपद पंचायत में २०, पलेरा जनपद पंचायत में२३ और जतारा जनपद पंचायत में २१ अमृत सरोवर निर्माण किए गए हैं। वहीं अटल भूजल योजना से ८ अमृत सरोवर पलेरा जनपद पंचायत और ८ बल्देवगढ़ जनपद पंचायत में निर्माण किए गए हैं।
फैक्ट फाइल
७२ जिले में अमृत सरोवर
०८- अटल भूजल सरोवर
०८ टीकमगढ़ जनपद पंचायत
२० बल्देवगढ़ जनपद पंचायत
२३ पलेरा जनपद पंचायत
२१ जतारा जनपद पंचायत

अभी हाल में अमृत सरोवर खाली पड़े हैं, वह सरोवर क्यों नहीं भरे पाए और खाली कैसे हो गए है। उनकी जानकारी मांगी जाएगी। इसके साथ ही जिले के जल स्रोतों को भरने के लिए जल समर्थन अभियान चलाया जा रहा हैं। यह अभियान ६ जून से १६ जून तक चलाया जाएगा। उसी अभियान से सरोवर, तालाब के साथ अन्य पानी के स्रोतों को भरा जाएगा। जल संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं।
नवीत कुमार धु्रवे, सीइओ जिला पंचायत टीकमगढ़।

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