खाद्य विभाग एवं नागरिक आपूर्ति निगम की लापरवाही का खामियाजा गरीबों को उठाना पड़ रहा है। पूरा जनवरी का माह निकलने को है, लेकिन अब तक गरीबों को राशन वितरण नहीं हो सका है। यह समस्या पूरे जिले में बनी हुई है। सबसे ज्यादा समस्या पलेरा क्षेत्र में दिखाई दे रही है। यहां पर 40 दुकानों पर अब तक राशन का वितरण नहीं हुआ है। वहीं जतारा में भी 33 दुकानों से राशन लेने वाले गरीब मजदूर परेशान बने हुए है। इसके साथ ही टीकमगढ़, बल्देवगढ़ एवं खरगापुर में भी यह समस्या बनी हुई है।
चावल की कमी तो परिवहन फेल: राशन वितरण में हुई इस समस्या का मुख्य कारण जिले में चावल का स्टॉक न होना बताया जा रहा है। वहीं पलेरा विकासखण्ड में परिवहन की व्यवस्था न होने के कारण यहां पर गेंहू दुकानों तक नहीं पहुच सका है। जबकि यहां पर चावल उपलब्ध है। यदि यहां पर गेंहू समय से पहुंचा दिया जाता तो यहां के गरीबों को राशन का वितरण हो गया होता। जिले में चालव की कमी होने पर लोगों का कहना है कि स्टॉक जब कम था तो विभाग ने समय से क्यों नहीं मंगवाया। इस मामले में अब विभाग कुछ भी कहने से कतरा रहा है।
कहते हैं अधिकारी: चावल का स्टॉक उपलब्ध न होने से सतना, पन्ना से चावल मंगाया गया है। पलेरा ब्लॉक में गेहूं उपलब्ध है लेकिन परिवहन ठेकेदार की व्यवस्था नहीं हो पाई है।भोपाल स्तर से परिवहन ठेकेदार की व्यवस्था होते हैं गेंहू दुकानों तक पहुंचा दिया जाएगा।-आरके तिवारी, जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम टीकमगढ़।