script20 करोड़ 10 लाख से निर्माण हुए १३४ बाजार शेड़, स्थानीय प्रशासन की अनदेखी से हो गए बदहाल | Chief Minister Haat Bazaar was built in the year 2010-11 to provide e | Patrika News
टीकमगढ़

20 करोड़ 10 लाख से निर्माण हुए १३४ बाजार शेड़, स्थानीय प्रशासन की अनदेखी से हो गए बदहाल

ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना के तहत शेड़ बनाए गए थे। लेकिन स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण वह सूने पड़े है।

टीकमगढ़Jul 23, 2021 / 08:36 pm

akhilesh lodhi

 Chief Minister Haat Bazaar was built in the year 2010-11 to provide employment to the unemployed

Chief Minister Haat Bazaar was built in the year 2010-11 to provide employment to the unemployed

टीकमगढ़.ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना के तहत शेड़ बनाए गए थे। लेकिन स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण वह सूने पड़े है। वर्ष २०१०-११ से आज तक दो फीसदी ही उपयोग हो रहे है। ९८ फीसदी हाट बाजार शोपीस बने है। जबकि जिले में १३४ बाजार २० करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए है। जिसका उपयोग आवारा मवेशी और असामाजिक तत्व कर रहे है।
जिले में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना शुरू की थी। उस योजना से ग्राम पंचायतों में शेड़ बनाए गए थे। एक शेड़ की लागत १५ लाख थी। जहां टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में १३४ बनाए गए थे। लेकिन उन शेड़ों में व्यापारी नहीं जा रहे है। स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण सूने पड़े है। जबकि हाट बाजारों की स्वीकृति में कई प्रकार की अड़ेगे आए है। उसकेे निर्माण में कई आरोप भी लगाए गए थे। उसके बाद भी निर्माण किए गए है। लेकिन बेरोजगारों और व्यापारियों के काम नहींंं आ रहे है।
फुटपाथ वालों के लिए बनाए थे हाट बाजार, मुख्यमंत्री की इच्छा फिरा पानी
मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना वर्ष २०१०-११ में शुरू हुई थी। वर्ष २०१२-१३ में यह हाट बाजार बनकर तैयार हो गए थे। जिसका भुगतान भी किया गया है। लेकिन उन शेड़ों में व्यापारी और बेरोजगार हाट बाजार की दुकाने लगाने के लिए नहीं पहुंच रहे है। जबकि उन्हीं के आसपास हाट बाजार लगाया जाता है। जबकि वह बाजार मुख्य सड़कों पर लगाया जाता है। जहां कई घटनाएं भी हो रही है। इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन हरकत में नहीं आया है। प्रशासन और स्थानीय कर्मचरियों ने मुख्यमंत्री की इच्छा पर पानी फेर दिया है। जो अनुपयोगी साबित हो गए है।
गांव से बनाए गए दूर
पहाडी तिलवारन, सुंदरपुर, नैनवारी, लार, मांछी, ईशोन, मरगुवां, चरपुवां के साथ अन्य ग्राम पंचायतों में हाट बाजार तो बनाए गए। लेकिन वह गांव से दूर बनाए गए है। जहां हाट बाजार निर्माण होने के बाद वह १० वर्षो से सूने पड़े है। वहां पर एक भी दिन बाजार नहीं लगाया गया है। जबकि उनके निर्माण में २० करोड़ रुपए से अधिक खर्चा आया है।
कही अधूरे तो कही के उड़े टीन
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले की ग्राम पंचायतों में १३४ मुख्यमंत्री हाट बाजार पंचपरमेश्वर योजना से बनाए गए थे। जिसे राशि को बगैर रोक टोक से दी गई थी। लेकिन उसमें ना तो हाट बाजार लगाया गया और ना ही रखरखाव किया गया। जिसके कारण आंधी तूफान में टीन शेड़ उड़ गए तो कुछ खड़े-खड़े खण्डहर हो गए। जबकि मांछी और सुंदरपुर के साथ पठा के जटुआ के हाल खराब हो गए है।


हाट बाजार लगाने सरपंच और सचिव को देगें नोटिस
जिला पंचायत के जयहिंद्र सिंह बुंंंदेला का कहना था कि इसी सप्ताह में संबंधित कर्मचारियों को नोटिस दिए जाएगें। सड़क की जगह शेडों में बाजार लगाने के निर्देश दिए जाएगें। जहां-जहां निर्माण नहीं हुए और राशि निकाली गई है। उन पर एफआइआर दर्ज की जाएगी। राशि निकासी पर वसूली भी की जाएगी।
फैक्ट फाइल
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कुल – १३४
अपूर्ण मुख्यमंत्री हाट बाजार – ५०
एक मुख्यमंत्री हाट बाजार की कीमत – १५ लाख
सभी की कुल लागत – २० करोड़ १० लाख
इनका कहना
बेरोजगारों के लिए यह योजना अच्छी थी। इसकी जानकारी विभाग के अन्य अधिकारियों को है। जल्द ही इस मामले की जानकारी करके कार्रवाई करवाता हूं।
स्वदेश मालवीय सीइओ जिला पंचायत टीकमगढ़।

Home / Tikamgarh / 20 करोड़ 10 लाख से निर्माण हुए १३४ बाजार शेड़, स्थानीय प्रशासन की अनदेखी से हो गए बदहाल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो