शहरी क्षेत्र की सडक़ किनारे बनी नालियों को दुकानदारों ने पत्थरों से बंद कर दिया है। उसमें दिनभर का कचरा भी जमा किया जा रहा है। जिससे गहरी नालियां एक फीट उथली दिखाई देने लगी है। कभी-कभी तो कचरा से भरी नालियों का गंदा पानी सडक़ों पर बहने लगा है। इससे दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों का आरोप है कि नगर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए नगर पालिका जोर-शोर से स्वच्छता अभियान चला रही है लेकिन स्वच्छता कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में कई गलियां ऐसी हैं जहां गंदगी का अंबार लगा है। अधिकारियों ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है।
बारिश के समय सडक़ों पर फैलेगा कचरा
शहर की सभी नालियां कचरे से चौक हो गई है। पांच फीट गहरी नालियां एक फीट उथली दिखाई दे रही है। बारिश के पहले तक नालियों का सफाई नहीं की गई तो सडक़ों पर कचरें का अंबार दिखाई देगा। जिससे आमजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
नपा स्वच्छ भारत अभियान के तहत काम तो कर रही है और थोड़ा और मार्गदर्शन की आवश्यकता है। सफ ाई कर्मचारी बहुत कचरा नालियों में डाल देते हैं या फि र कही भी कार्नर पर इकठ्ठा कर देते हैं। वह हवा से फैल जाता है। मुख्य नगरपालिका अधिकारी अचानक किसी भी वार्ड में निरीक्षण के लिए सप्ताह में 1-2 दिन जाए और साफ -सफ ाई कार्य को देखे। स्थिति सामने आ जाएंगी।
बृजेश कुमार मिश्रा, आम नागरिक।
लईक खान, दुकानदार।
नरेंद्र कोरानी, दुकानदार।
शहर और वार्डों की सभी नालियों की सफाई के लिए २० सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। बारिश के पहले नालियों की सफाई की जाएगी। जिससे सडक़ों पर आने वाले कचरे की समस्या खत्म हो जाए।
हर्ष दीक्षित, स्वच्छता अधिकारी नगरपालिका टीकमगढ़।