टीकमगढ़/पृथ्वीपुर. कपिलधारा कूप की राशि का अनियमितताएं कर हितग्राही को नहीं देने के मामले में पृथ्वीपुर जनपद की पंचायत गोराखास के सचिव,
रोजगार सहायक और सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की गई है। हितग्राही द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से ऑनलाइन की थी। इस दो वर्ष पुराने मामले में मुख्यमंत्री के निर्देशन पर कार्रवाई की गई है।
पृथ्वीपुर जनपद सीईओ अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि वर्ष 2015-16 में गोराखास निवासी
तुलसी पुत्र बुद्दू कुशवाहा का मनरेगा के तहत कपिलधारा कूप स्वीकृत किया था। 3.54 लाख रुपए इस कूप निर्माण के लिए स्वीकृत किए गए थे। कूप निर्माण के लिए ग्राम पंचायत द्वारा 2,17,700 रुपए की मजदूरी के मस्टर जारी किए गए थे एवं 1.17 लाख रूप्ए मटेरियल के लिए दिए गए थे। कूप स्वीकृत होने के बाद हितग्राही ने इसका
काम लगा
दिया और कूप निर्माण का काम पूरा कर लिया।
राशि दी नहीं और पंचनामा बनवा लियापंचायत सचिव, रोजगार सहायक और सरपंच की मिलीभगत से हितग्राही को 1.33 लाख रुपए देकर उससे कूप निर्माण का पंचनामा बनवा लिया था। इसके बाद हितग्राही को कोई राशि प्रदान नही की गई है। कूप निर्माण की पूरी राशि न मिलने पर हितग्राही ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी। लेकिन अधिकारियों द्वारा इस पर कोई
ध्यान नहीं दिया गया। इसके बाद तुलसी ने मुख्यमंत्री से ऑनलाइन इस संबंध में शिकायत की गई थी।
एक को बर्खास्त व दूसरे का निलंबनबुधवार को सीएम हेल्पलाइन की बीसी में हितग्राही तुलसी को जिला मुख्यालय बुलाया गया था। यहां पर तुलसी ने मुख्यमंत्री के सामने भी योजना के तहत राशि न मिलने की बात कहीं थी। इस पर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए थे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस पर जनपद सीईओ उपाध्याय ने रोजगार सहायक चंद्रभान अहिरवार को बर्खास्त कर करने के साथ ही तत्कालीन सचिव ऊषारानी कुशवाहा को निलंबित कर सरपंच जशोदा कुशवाहा को पद से पृथक की कार्रवाई की जा रही है।
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