मजबूरी है क्या करें
यहां पर व्यापारियों की मनमर्जी चल रही है। बोवनी का समय देखते हुए व्यापारी यूरिया की बोरी जहां 450 रुपए में दे रहे है तो डीएपी 1700 रुपए बेच रहे है। सही दाम लगाने की बात कहने पर कहीं और से खाद लेने को कहते है। पूरे बाजार में यही कीमतें है। इस पर किसी का ध्यान नहीं है। खेती का समय देखते हुए बड़ी हुई कीमतों पर खाद लेनी पड़ रही है।
संतोष साहू, गोरा किसान।
बल्देवगढ़ और खरगापुर के ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापारियों द्वारा किसानों से खाद के नाम पर अधिक कीमत वसूली की जा रही है। उनके द्वारा सरकारी द्वारा निर्धारित की गई कीमतों से अधिक पर खाद बेची जा रही है। शुक्रवार को दो बोरी सुपरफास्ट खाद और तीन बोरी यूरिया की मांग की थी। यह खाद महंगे दामों पर दी गई है। इस समय किसको फर्सत है कि शिकायत करें।
भगवत कुशवाहा, खेरा किसान
किसानों की शिकायत पर अधिकारियों के पहुंचने पर व्यापारी निर्धारित दरों पर खाद देते हैए लेकिन उनके जाते ही कीमतें बड़ा दी जाती है। बाजार में व्यापारियों द्वारा खुले आम डीएपी 1650 रुपए और यूरिया 380 रुपए में बेची जा रही है। प्रशासन को इसके लिए कोई पुख्ता व्यवस्था करनी चाहिए।
घंसू यादव, किसान निवासी पिपरा।