किया कथा स्थल का निरीक्षण इसके साथ ही नंदकुमार चौहान ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ओरछा में होने वाली मुरारी बापू की रामकथा की तैयारियों का भी जायजा लिया। वह कथा स्थल पर पहुंचे और सारी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस आयोजन में पूरा सहयोग देने की बात कहीं।
यह भी पढ़ें… टीकमगढ़.भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं पर केन्द्रीय पार्टी है। यहां जमीन से जुड़े सामान्य से कार्यकर्ता ही अपनी लगन और मेहनत से बुलंदी पार पहुंचते है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति से हमने गुजरात और हिमांचल विजय कर लिया है। अब हमें प्रदेश में भी 200 का लक्ष्य हासिल करना है। यह बात भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने विजय संकल्प महासम्मेलन में कार्यकर्ताओं में जोश फूंकते हुए कहीं।
शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी का विजय संकल्प महासम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब कश्मीर से कन्याकुमारी तक कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी और हमारा कहीं अस्तित्व नही था। अब कांग्रेस केवल पंजाब और कर्नाटक में सिमट कर रह गई है। यहां भी जल्द ही कमल खिलेगा। यह सब संभव हुआ है, हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की दिन-रात मेहनत से। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में आज जो भी नेता हैवह सब साधारण परिवार और ग्रामीण पृष्टभूमि से है। चाहे उमा भारती हो, शिवराज सिंह चौहान होन, नितिन गड़करी, नरेन्द्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय सहित तमाम नेता छोटे से कार्यकर्ता के रूप में काम कर ही इस मुकाम तक पहुंचे है। उन्होंने बुंदेलखण्ड के ऐतिहासिक चरित्र झांसी की रानी, महाराजा छत्रसाल एवं अल्हा-उदल का सहारा लेते हुए कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश की।
शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी का विजय संकल्प महासम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब कश्मीर से कन्याकुमारी तक कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी और हमारा कहीं अस्तित्व नही था। अब कांग्रेस केवल पंजाब और कर्नाटक में सिमट कर रह गई है। यहां भी जल्द ही कमल खिलेगा। यह सब संभव हुआ है, हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की दिन-रात मेहनत से। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में आज जो भी नेता हैवह सब साधारण परिवार और ग्रामीण पृष्टभूमि से है। चाहे उमा भारती हो, शिवराज सिंह चौहान होन, नितिन गड़करी, नरेन्द्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय सहित तमाम नेता छोटे से कार्यकर्ता के रूप में काम कर ही इस मुकाम तक पहुंचे है। उन्होंने बुंदेलखण्ड के ऐतिहासिक चरित्र झांसी की रानी, महाराजा छत्रसाल एवं अल्हा-उदल का सहारा लेते हुए कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश की।