अटके 44 लाख: मूल्यांकन कार्य में लगे लगभग 700 शिक्षकों का मानदेय का लगभग 44 लाख रूपए शेष पड़ा हुआ है। मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों को कक्षा 10वीं की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन पर 11 रूपए एवं 12वीं की एक उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन पर 12 रूपए मानदेय दिया जाता है। इसके साथ ही जो शिक्षक जिला मुख्यालय के बाहर से मूल्यांकन कार्य के लिए आते है, उन्हें शासन की ओर से निर्धारित टीए-डीए भी दिया जाता है। इन सभी को मिलकर शिक्षकों का लगभग 44 लाख रूपए अटका हुआ है।
शासन से नही मिली राशि: मूल्यांकन के लगभग 7 माह बाद भी मानदेय न मिलने के मामले में उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 के संकुल प्राचार्य आरके सक्सेना का कहना है कि अब तक शासन से मानदेय की राशि प्राप्त नही हुई है। उनका कहना है कि जिन जिलों से पूर्व में बिल बन कर चले गए थे, वहां राशि जारी कर दी गई है, जहां से बिल थोड़ा बिलंब से पहुंचे थे, वहां की राशि जारी नही हो सकी है। उनका कहना है कि यहां से पूरी प्रक्रिया की जा चुकी है, खाते में पैसा आते है, सभी शिक्षकों के खातें में यह राशि स्थानांतरित कर दी जाएगी। वहीं कुछ शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राशि आ चुकी है, लेकिन लापरवाही के चलते यह नही दी जा रही है।
कहते है अधिकारी: यह तो संबंधित संकुल का मामला है। वैसे मानदेय की राशि अब तक वितरित हो जानी चाहिए। यदि वितरित नही हुई है, तो इस संबंध में आज ही संकुल प्राचार्य से बात की जाएगी। शासन स्तर से राशि आवंटित न होने पर बात की जाएगी।- जेएस बरकड़े, जिला शिक्षा अधिकारी, टीकमगढ़।