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टीकमगढ़

शौचालय और आवास के नाम पर पीडि़त से लिए दस्तावेज से खुलवाए फर्जी तरीके से बैंक खातें

जतारा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत दरगांय कलां में रोजगार सहायक और सरपंच प्रतिनिधि ने हितग्राही से शौचालय और आवास दिलवाने के नाम पर दस्तावेज लिए थे। उसके नाम पर दिगौड़ा के बिजरावन क्यिोस्क में तीन फर्जी बैंक खाता खुलवाए गए थे। पंचायत की राशि फ र्जी बैंक खाता में डलवाते रहे और बगैर खाता धारक के राशि निकासी होती रही।

टीकमगढ़Mar 15, 2024 / 07:42 pm

akhilesh lodhi

 Employment assistant and Sarpanch representative deposited Panchayat amount fraudulently

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टीकमगढ़. जतारा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत दरगांय कलां में रोजगार सहायक और सरपंच प्रतिनिधि ने हितग्राही से शौचालय और आवास दिलवाने के नाम पर दस्तावेज लिए थे। उसके नाम पर दिगौड़ा के बिजरावन क्यिोस्क में तीन फर्जी बैंक खाता खुलवाए गए थे। पंचायत की राशि फ र्जी बैंक खाता में डलवाते रहे और बगैर खाता धारक के राशि निकासी होती रही। मामले में पीडि़त ने ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत, कलक्टर, मंत्री के साथ अन्य जिम्मेदारों से शिकायत की, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसके बाद पीडि़त ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर मोहनगढ़ थाना पुलिस और एफएसएल अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है।
पीडि़त दरगांय कलां निवासीजयराम यादव व उनके परिजन महेश यादव ने आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2015-16 से निजी बैंक खाते से रुपयों की लगातार निकासी की जा रही थी। यह निकासी ग्राम पंचायत दरगांय कलां के रोजगार सचिव आशीष जोशी, सरपंच प्रतिनिधि राजपाल सिंह चौहान, सरपंच मुलिया पति रामदयाल अहिरवार और क्यिोस्क बैंक संचालक वेद शुक्ला बिजरावन निवासी द्वारा लाखों रुपए निकाले गए है। आरोप लगाया कि इन लोगों द्वारा पीडि़त के नाम के 3 बैंक खातों खोले गए थे। जिनसे लाखों रुपए का आहरण किया। पीडि़त ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने शौचालय व आवास दिलाने की कहकर दस्तावेज लिए थे। उसके बाद फर्जी तरीके से बिजरावन कियोस्क बैंक में खाते खोले गए थे। पीडि़त का आरोप है कि ग्राम पंचायत में ऐसे सैकड़ों फ र्जी खाते खुले हुए हैं। जिनसे ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों की लाखों रुपए की राशि निकालकर गवन की गई है। जिसकी जांच के लिए चार वर्षों से की जा रही है।
न्यायालय के आदेश पर हुई जांच
पीडि़त का कहना था कि ४ साल से मामले की जांच के लिए आवेदन देते आ रहे है। जिसकी सफलता नहीं मिली है। उसके बाद न्यायालय की चरण ली। न्यायालय के आदेश पर पुलिस और एफएसएल टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है। जांच में मोहनगढ़ थाना पुलिस और एफएसएल टीम ने दिगौड़ा स्टेट बैंक में जांच करने पहुंची थी। जिसके साथ दिगौड़ा थाना प्रभारी नीरज सिंह लोधी रहे।
रोजगार सहायक के मिले बैंक में फिंगर
पीडि़त ने बताया कि गुरुवार को रोजगार सहायक को बैंक में फिंगर मिलान करने के लिए लाया गया था। उसके बाद शुक्रवार को पुलिस दरगांय कलां के सरपंच प्रतिनिधि राजपाल चौहान को लाए। जिनके फिंगर प्रिंट मिलान नहीं हुए है। पीडि़त का आरोप है कि सरपंच प्रतिनिधि द्वारा अपना हाथ गर्म तबा पर रख लिया था। जिसके कारण उसका हाथ जल गया। जिसके कारण फिंगर नहीं आए। वहीं सरपंच और सरपंच पति के फिंगर मिलवाए गए। जिसके फिंगर प्रिंट नहीं आए है। पुलिस और एफएसएल अधिकारी मामले की जांच में जुटे है।
इनका कहना
मोहनगढ़ थाना क्षेत्र का पुराना मामला है। ग्राम पंचायत दरगांय कलां में क्यिोस्क बैंक में खाते खोले गए थे। उन खातों में ग्राम पंचायत की राशि भेजी गई है। जिसकी जांच की जा रही है। अभी जांच जारी है।
डॉ प्रदीप यादव, एफएसएल अधिकारी टीकमगढ़।
अभी किसी कारण से व्यस्त हूं। मामले का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
सुषमा श्रीवास्तव, टीआई मोहनगढ़।

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