इस दौरान क्षेत्र के लिए परिवहन के साधन, सूखे से निजात के लिए ठोस उपाय के साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर प्राथमिकता देने की बात कही गई। बैठक में रेलसेवाओ के विस्तार और समय,उद्योगों की स्थापना, इंजीनियरिंग और मेडीकल कॉलेज, सिंचाई एवं पेयजल के साधन के विजन को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में पत्रिका के चेंजमेकर और टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी का कहना था कि जनभावनाओं को ध्यान में रखकर विकास किया जाना चाहिए।
रिटायर्ड कृषि वैज्ञानिक डॉ एम पी गुप्ता का कहना था कि स्वास्थ्य के लिए जरूर प्रयास होने चाहिए। इसके साथ ही राजनैतिक माहौल में मर्यादा भी होना चाहिए। स्वच्छ राजनीति करने वालो का साथ दिया जाना चाहिए।
भाजपा नेता और व्यापारी प्रत्येन्द्र सिंघई कहते है कि केवल विकास मुद्दा होना चाहिए। १५ वर्ष पहले के हालात में सुधार आया है। स्वास्थ्य,शिक्षा,सडक में सुधार आया है,लेकिन अभी कार्य होना बाकी है। समाजसेवी और युवा मंच के प्रदेशाध्यक्ष अभय प्रताप सिंह यादव का कहना था कि पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में जिले में अपार संभावनाएं है। मडखेरा के सूर्य मंदिर के साथ ही कुण्डेश्वर का विकास किया जाना चाहिए। किसानों को सिंचाई के लिए ठोस व्यवस्था की जानी चाहिए।
चेंजमेकर और वरिष्ठ पत्रकार धर्मेश त्रिपाठी का कहना था कि जिले का सबसे बडा मुद्दा पलायन है। जिले में कोई उद्योग न होने के कारण मानव श्रम पलायन को मजबूर है। बडे उद्योगो के साथ ही लघु उद्योगो के लिए भी प्रयास किए जाने होगें। भाजपा नेता मनोज देवलिया का कहना था कि देश का नेतृत्व कमजोर नही होना चाहिए।कभी अंधेरे में जीवन कटता था,आज बिजली है। विकास की गति तेज होनी चाहिए। युवाओ को स्वरोजगार स्थापित कराने के प्रयास करने पर पलायन रोका जा सकता है।
योग गुरू विष्णु खरे का कहना था कि जनप्रतिनिधि को ईमानदार होना चाहिए।जनता के हित में काम करे,किसान आज भी परेशान है। उन्होने जिले में एक योगकेन्द्र की स्थापना की बात कही।हिन्दू युवा वाहिनी की अंजली अग्रवाल का कहना था कि राजनीति में महिलाओ पर अभद्र टिप्पणी आम बात हो गई है। समाज में इस तरह के लोगो का सबक देने के साथ महिला सुरक्षा के ठोस उपाय जरूरी है। बैठक में अमृत कंपाउंडर,रामबाबू पाराशर,कृष्णबिहारी,योगेन्द्र शर्मा,दिनेश सिंह तोमर,अमिता व्यास ने भी रोजगार और शिक्षा को लेकर प्रयास की बात कही।