उन्होंने छात्र-छात्राओं से अव्हान किया कि वह मेहनत करके जेआरएफ, एसआरएफ एवं राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में उतीर्ण हो । उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र में कृषि विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के विषय में बताया कि इस वर्ष रहली में उद्यानिकी महाविद्यालय एवं खुरई में कृषि महाविद्यालय प्रारंभ किए गए है। इसके साथ ही अगले वर्ष तक पन्ना में कृषि महाविद्यालय एवं सागर में कृषि विज्ञान केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे। इसके साथ ही जबलपुर में खाद्य प्रसंस्करण और अभियांत्रिकी को प्रोत्साहित करने के लिए 95 करोड़ की लागत से पोस्ट हार्वेस्ट संस्था की स्थापित की जा रही है। उन्होंने छात्रों, शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हित में हर स्तर पर प्रयास करने की बात कहीं। वहीं महाविद्यालय के डीन डॉ एके सरावगी ने महाविद्यालय के लिए कुलपति से हॉस्टल, अप्रोच रोड, महाविद्यालय के चारों ओर बाउंड्री वाल के निर्माण की मांग की।
चयनिका का हुआ विमोचन: इस अवसर पर महाविद्यालय की वर्षिक पत्रिका “चयनिका” का विमोचन भी किया गया। वहीं कुलपति बिसेन ने जिले के उन 12 प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित किया जिन्होंने अपने पारंपरिक ज्ञान के आधार पर विविध बीजों को संरक्षित कर कई उपयोगी प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाया है। विदित हो कि इन किसानों को इनके इस प्रयास के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। इस कार्य में सहयोग करने वाले कृषि वैज्ञानिक डॉ संजय सिंह के तकनीकी सहयोग की सराहना की गई। इस अवसर पर डॉ एमके नायक, डॉ एके श्रीवास्तव, डॉ योग रंजन. डॉ एलएम बल, डॉ दिनेश कुमार, डॉ वीएस बघेल एवं डॉ बीके दीक्षित सहित अन्य स्टॉप एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।