चुनाव के पहले करें नियमित: संविदा कर्मचारी अब लोकसभा चुनाव के पूर्व ही नियमितिकरण की मांग कर रहे है। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने मांगों पर निर्णय करने के लिए 3 सदस्यीय समिति बनाई गई है, जो 3 माह में निर्णय लेगी। जबकि आचार संहिता लगने को 1 माह शेष है। 3 माह में लोकसभा चुनाव हो जाने पर उनकी सुध कौन लेगा।
31 से कलमबंद हड़ताल: कमलनाथ सरकार के खिलाफ पहला प्रदर्शन कर रहे संविदा संयुक्त मोर्चा के जिला संयोजक अनुपम दीक्षित का कहना था कि यह आंदोलन अब पूरे प्रदेश में शुरू होगा। यदि सरकार उनकी मांगों का जल्द ही निराकरण नही करती है, तो 31 जनवरी से सभी संविदा कर्मचारी कलमबंद हड़ताल प्रारंभ करेंगे। इसके पूर्व 16 फरवरी को जबलपुर में आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में जिला सह संयोजक नितिन तिवारी, जितेंद्र तिवारी, सुनीता रिछारिया,अरविंद सिंह परिहार, अरुण यादव, सौरभ गौतम, नीरज तिवारी, अनिल साहू, संगीता रिछारिया, अनूप मंडल, शैलेंद्र पटेरिया, लक्ष्मीकांत चौरसिया, दुष्यंत तोमर, अनिल झा, राघवेंद्र, अय्यूब कुरैशी, गौरव तिवारी, कुणाल चतुर्वेदी, उपेंद्र तिवारी सहित समस्त विभागों के संविदा कर्मचारी उपस्थित रहे।