संसद में खड़े होकर महामना ट्रेन के समय को बदलने की उनकी मांग को आज तक नही सुना गया, उनसे क्यों मेडीकल कॉलेज खुलवाने की उम्मीद रखते हो-
… जिले के लोगों ने अपना मत देकर खटीक साहब को इस जिले की प्रगति के लिए सांसद चुना था। आज 9 वर्ष के कार्यकाल की उनकी शून्य उपलब्धियों को भी शायद भूल जाते यदि जिले की सर्वाधिक आवश्यक जरूरत स्वास्थ्य सेवा के लिए वह टीकमगढ़ हेतु प्रयास करते।..-
मेडीकल कॉलेज की मांग सांसद पूरी न कर पाए तो टीकमगढ़ न आए- रविशंकर शुक्ला की फेसबुक वॉल से।
कहते है सांसद: अभी नीति आयोग ने सर्वे कराया था। इसमें देश भर के 115 जिले शामिल किए गए थे। नीति आयोग ने प्रदेश के दमोह, राजगढ़, छतरपुर, बड़बानी, खंडवा, गुना, विदिशा और सिंगरौली जिले को शामिल किया था। इस हिसाब से देश भर में 24 कॉलेज खोले जाने है। यह 3 लोकसभाओं के बीच में एक खोला जाएगा। इस हिसाब से मप्र के हिस्से में एक ही कॉलेज आ रहा है। सर्वे में छतरपुर का नाम होने के कारण वहां के लिए पत्र लिखा है। इसका मतलब यह नही कि टीकमगढ़ में नही चाहिए। इसके लिए राज्य शासन से मांग की जा रही है। –