दिख रही लापरवाही
टीकमगढ़•Mar 31, 2020 / 03:15 pm•
Sanket Shrivastava
These situations arose due to the closure of factories and factories
टीकमगढ़. कोरोना महामारी से लडऩे में जुटे स्वास्थ्य अमले के पास संसाधनों की खासी कमी बनी हुई है। वर्तमान में हजारों की संख्या में बाहर से आ रहे मजदूरों के बुखार की जांच के लिए मात्र 4 नॉन टच थर्मामीटर ही स्वास्थ अमले के पास मौजूद है। वहीं पीपीइ किट भी पर्याप्त नहीं है। इन सामान की आपूर्ति का आलम यह है कि लगभग एक पखवाड़ा पूर्वदिए गए आर्डर के बाद भी यह सामान स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त नहीं हो सका है।
कोरोना जैसी महामारी से लडऩे वर्तमान में प्रशासन के साथ ही पुलिस, स्वास्थ्य अमला सहित अन्य लोग बराबरी से काम करते दिखाईदे रहे है। लेकिन इसके लिए यदि संसाधनों की बात की जाए तो उसकी खासी कमी देखी जा रही है। ऐसे में यह कहना अतिशियोक्ति नहीं होगी कि यह जंग पूरा जिला केवल हौसलें से लड़ रहा है। वर्तमान में जिला अस्पताल में कोरोना से लडऩे लडऩे में लगे डॉक्टर्सएवं नर्सिंग स्टॉफ के पास मात्र 30 ही पीपीइ किट है। इसके साथ ही एम 95 मॉस्क की संख्या भी महज 150 है। इसके साथ ही जिला अस्पताल में जहां 3 नॉन टच थर्मामीटर थे, वहीं 2 प्रायवेट डॉक्टर्स से अरेंज किए गए है। इसमें से 1 ओरछा भेजा गया है।
आइसोलेशन वार्डों की पर्याप्त व्यवस्था
सिविल सर्जन डॉ अमित चौधरी ने बताया कि जिला अस्पताल में 6 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार है। आवश्यक होने पर ऊपर ही 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड तत्काल तैयार किया जा सकता है। केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय, सेंट्रल स्कूल, आयुष चिकित्सालय का नवीन भवन, आरसेठी का प्रशिक्षण केन्द्र सहित अन्य भवनों को आइसोलेशन के लिए रखा है।
पृथ्वीपुर के दर्रेठा में दिखी लापरवाही
निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर विकासखण्ड के ग्राम दर्रेठा में अखिलेश अहिरवार अपने परिवार के साथ भिंड से लौटा था। रविवार को पत्नी को बुखार था। एसडीओपी ने स्वास्थ्य अमले के साथ जाकर स्क्रीनिंग की और 14 दिन घर में रहने की सलाह दी थी। सोमवार को बताया गया कि यह मजदूर घर से निकल कर अपने खेत पर चला गया था और गेंहू की कटाई कर रहा था।
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