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टीकमगढ़

15 जिनालयों में बह रही धर्मगंगा

जिले के 15 जिनालयोंं में भक्तों की भारी भीड़ जैन मंदिरों में दिखाई दे रही है।

टीकमगढ़Sep 23, 2018 / 03:39 pm

akhilesh lodhi

The Grujonan gave information about good non-religious religion

The Grujonan gave information about good non-religious religion

टीकमगढ़.जिले के 15 जिनालयोंं में भक्तों की भारी भीड़ जैन मंदिरों में दिखाई दे रही है। वहां पर जैन समाज के लोगों द्वारा भगवान का अभिषेक किया जा रहा है। इसके साथ ही जिनालयों के सामूहिक दर्शन कर आरती की जा रही है। जिनालय के लिए एक अखंड ज्योति उनके द्वारा मंदिर जी को भेंट की जा रही है। नंदीश्वर कॉलोनी में मंदिर के सामने पूजन शिविर का आयोजन पंडित सुनील कुमार शास्त्री के मार्गदर्शन में चल रहा है। श्रीजी का अभिषेक के बाद शांति धारा पंडित हमारे जीवन में शांति यश कीर्ति प्राप्त होती है । उत्तम अकिंचन धर्म के बारे में आत्मा के अपने गुणों के सिवाय जगत में अपनी अन्य कोई भी वस्तु नहीं है , इस दृष्टि से आत्मा अकिंचन है। अकिंचन रूप आत्मा.परिणति को आकिंचन करते हैं। जीव संसार में मोहवश जगत के सब जड़ चेतन पदार्थों को अपनाता है। किसी के पिता, माता, भाई, बहिन, पुत्र, पति, पत्नी मित्र के विविध सम्बंध जोड़कर ममता करता है। मकान, दूकान, सोना, चांदी,गाय,भैंस, घोड़ा, वस्त्र, बर्तन की वस्तुओं से प्रेम जोड़ता है। शरीर को तो अपनी वस्तु समझता ही है। इसी मोह ममता के कारण यदि अन्य कोई व्यक्ति इस मोही आत्मा की प्रिय वस्तु की सहायता करता है तो उसको अच्छा समझता है। उसे अपना हित मानता है। और जो इसकी प्रिय वस्तुओं को लेशमात्र भी हानि पहुुचाता है। उसको अपना शत्रु समझकर उससे द्वेष करता है।

भरत चक्रवर्ती के समान सुंदर लुभावने पदार्थों के रहते हुए भी उन पदार्थों से मोह ममता न हो,उनको अपना समझे जल में कमल की तरह से अपने आपको सबसे पृथक् समझे। संसार उनके चारों ओर हो तो हो, लेकिन उसके हृदय में अपनी आत्मा के सिवाय संसार की कोई जड़ चेतन वस्तु न हो, तो न उसके अन्तरंग में परिग्रह है न बहिरंग में कोई परिग्रह है। उस साधु की अपेक्षा भरत सरीखा गृहस्थ श्रेष्ठ है।
बंधाजी के लिए रवाना होगी 25 सितम्बर को यात्रा
विश्व शांति की कामना के लिए भगवान आदिनाथ धाम से भगवान अजितनाथ धाम अतिशय क्षेत्र बंधाजी की यात्रा में महिलाएं पुरुष और बच्चे सभी भाग ले रहे हैं। यह पद यात्रा पहली बार नंदीश्वर कॉलोनी जैन समाज द्वारा निकाली जा रही है। पद यात्रा संयोजक प्रदीप जैन ने बताया कि 25 सितम्बर की सुबह 6 बजे से यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। यात्रा कारी तिगैला पर सुबह 9 बजे पहुंचेगी। वहां स्वल्प आहार के बाद यात्रा दोपहर 12 बजे के बाद भगवंतपुरा तिगैला पहुंचेगी। वहां से 2 बजे से चल कर शाम 5 बजे दिगौडा़ पहुंचेगी। रात्रि विश्राम दिगौड़ा में किया जाएगा। 26 सितंबर की सुबह 5 बजे प्रारंभ होगी। सुबह 8 बजे अतिशय क्षेत्र बंधाजी पहुंचेगी। बंधा जी में भगवान अजित नाथ भगवान भौयरे वाले बाबा की सामूहिक दर्शन भगवान अजित नाथ का अभिषेक शांति धारा पूजन एवं विधान किया जाएगा। इसके साथ ही अजितनाथ भगवान की महा अर्चना होगी। अतिशयकारी आदिनाथ मंदिर में भगवान आदिनाथ का चालीसा का पाठ किया जाएगा। नंदीश्वर कॉलोनी प्रबंध कार्यकारिणी कमेटी द्वारा इस पद यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। नंदीश्वर मंदिर अध्यक्ष गजेंद्र लुइस चौधरी, उपाध्यक्ष डीके जैन,मंत्री विमल ,सुरेश दयोदय द्वारा पद यात्रा की व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है।

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