भरत चक्रवर्ती के समान सुंदर लुभावने पदार्थों के रहते हुए भी उन पदार्थों से मोह ममता न हो,उनको अपना समझे जल में कमल की तरह से अपने आपको सबसे पृथक् समझे। संसार उनके चारों ओर हो तो हो, लेकिन उसके हृदय में अपनी आत्मा के सिवाय संसार की कोई जड़ चेतन वस्तु न हो, तो न उसके अन्तरंग में परिग्रह है न बहिरंग में कोई परिग्रह है। उस साधु की अपेक्षा भरत सरीखा गृहस्थ श्रेष्ठ है।
बंधाजी के लिए रवाना होगी 25 सितम्बर को यात्रा
विश्व शांति की कामना के लिए भगवान आदिनाथ धाम से भगवान अजितनाथ धाम अतिशय क्षेत्र बंधाजी की यात्रा में महिलाएं पुरुष और बच्चे सभी भाग ले रहे हैं। यह पद यात्रा पहली बार नंदीश्वर कॉलोनी जैन समाज द्वारा निकाली जा रही है। पद यात्रा संयोजक प्रदीप जैन ने बताया कि 25 सितम्बर की सुबह 6 बजे से यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। यात्रा कारी तिगैला पर सुबह 9 बजे पहुंचेगी। वहां स्वल्प आहार के बाद यात्रा दोपहर 12 बजे के बाद भगवंतपुरा तिगैला पहुंचेगी। वहां से 2 बजे से चल कर शाम 5 बजे दिगौडा़ पहुंचेगी। रात्रि विश्राम दिगौड़ा में किया जाएगा। 26 सितंबर की सुबह 5 बजे प्रारंभ होगी। सुबह 8 बजे अतिशय क्षेत्र बंधाजी पहुंचेगी। बंधा जी में भगवान अजित नाथ भगवान भौयरे वाले बाबा की सामूहिक दर्शन भगवान अजित नाथ का अभिषेक शांति धारा पूजन एवं विधान किया जाएगा। इसके साथ ही अजितनाथ भगवान की महा अर्चना होगी। अतिशयकारी आदिनाथ मंदिर में भगवान आदिनाथ का चालीसा का पाठ किया जाएगा। नंदीश्वर कॉलोनी प्रबंध कार्यकारिणी कमेटी द्वारा इस पद यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। नंदीश्वर मंदिर अध्यक्ष गजेंद्र लुइस चौधरी, उपाध्यक्ष डीके जैन,मंत्री विमल ,सुरेश दयोदय द्वारा पद यात्रा की व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है।