जान जोखिम में डालकर की पटरी पार: पहले तो कुछ समय लोग ट्रेन आगे बढऩे का इंतजार करते रहे, लेकिन जब 10-15 मिनिट तक कुछ नही हुआ और सिग्नल न मिलने की जानकारी हुई तो दोपहिया वाहन चालकों ने ट्रेन के इंजन के आगे से पटरियों से अपने वाहन निकालने शुरू कर दिए। वहीं पैदल आ रहे यात्रियों ने ट्रेन के नीचे से ही निकलना शुरू कर दिया। जान जोखिम में डालकर निकल रहे इन लोगों को रोकने का किसी ने कोई प्रयास नही किया। विदित हो कि क्रासिंग पर खड़ी मालगाड़ी को लेकर पहले सूचना दी गई थी कि इसका इंजन फेल हो गया है और झांसी से दूसरा इंजन मंगाया गया है।
कहते है अधिकारी: झांसी से सिग्नल न मिलने के कारण मालगाड़ी को यहां रोका गया था। इस कारण यह समस्या हुई।- हयात खान, स्टेशन मास्टर, ओरछा रेलवे स्टेशन।