सतीश सक्सेना,
आईजी, सागर रेंज
शहर के दो थानों की, यहां पर अंदर जाने का कारण दरवाजे पर ही बताना होगा। यह आपका कारण सही है तब ही आप अंदर जा सकते हैं।
टीकमगढ़•Oct 12, 2017 / 01:21 pm•
दीपक राय
tikamgarh police station
टीकमगढ़. जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने तथा लोगों को सुरक्षित रखने का दावा करने वाली पुलिस अब खुद को दीवारों के बीच रखकर दरवाजा बंद कर अपनी ही सुरक्षा करने को मजबूर हो गई है। सामुदायिक पुलिसिंग का सपना देख रहे विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधियों का यह सपना टूटता नजर आ रहा है। यह हालात हैं शहर के दो थानों की, यहां पर अंदर जाने का कारण दरवाजे पर ही बताना होगा। यह आपका कारण सही है तब ही आप अंदर जा सकते हैं।
कारण संतोषप्रद नहीं तो आप बाहर से ही चले जाएं। हालात इमरजेंसी जैसे हैं पर शहर की जनता के बीच इन हालातों को लेकर कई सवाल हैं।
हम बात कर रहे हैं शहर के सिटी कोतवाली और देहात थाने की। देहात थाने में जहां चैनल बंद कर एक दरबान बिठाया गया है तो वहीं सिटी कोतवाली के कभी न बंद होने वाले गेट को बंद कर मात्र एक दोपहिया वाहन अंदर जाने का रास्ता छोड़ा गया है। वह वाहन भी पुलिसकर्मियों के ही होंगे जो अंदर जाएंगे। दोनों थानों के अंदर प्रवेश करना है तो दरवाजे पर तैनात पुलिसकर्मी को कारण और नाम बताना होगा। बाकायदा रजिस्टर में आपका नाम दर्ज होगा और तब आप अंदर जा पाएंगे, चाहे आप मीडियाकर्मी हों या आम जनता।
कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना
दरअसल अंदरखाने से आ रही बातों पर विश्वास किया जाए तो यह पूरी कवायद है मीडिया से दूरी बनाने की, परंतु अब इसकी जद में आम आदमी भी आ गया है तो यह मामला तूल पकडऩे लगा है। अपनी शिकायत दर्ज कराने या किसी भी मामले की फरियाद लेकर पहुंचा अगर आम शहरी या ग्रामीण इस अतिसंवेदनशील सुरक्षा प्रणाली से गुजरेगा तो रिपोर्ट लिखाने की आधी इच्छा तो दरवाजे पर ही समाप्त हो जाएगी। परंतु मीडिया को दूर रखने के प्रयास में यह तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया है। जिससे आम लोगों को भी परेशानी हो रही है।
मुझे जानकारी नहीं
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। इस संबंध में शासन स्तर से कोई आदेश नहीं दिए गए है। अभी एसपी से बात करता हूं।
सतीश सक्सेना,
आईजी, सागर रेंज
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