अतिथि शिक्षक भर्ती में मेरिट छोड़कर कर दी नियुक्ति
टीकमगढ़•Aug 19, 2019 / 01:57 am•
vishnu soni
प्राचार्य ने पहले सृजित किया पद, फिर दे दी परिचित को नियुक्ति
चंदेरा. अपने परिचित को लाभ देने के लिए स्कूल के प्राचार्य द्वारा 1७ अभ्यार्थियों की योग्यता को दरकिनार करने का मामला सामने आया है। इसमें आवेदक ने विभाग को शिकायत भी की है। जिसके बाद अतिथि शिक्षक की इस भर्ती की जांच की बात कहीं जा रही है। शासकीय प्राथमिक शाला रूपगंज में शाला में छात्र संख्या 83 थी। जिसमें दो शिक्षक पहले ही पदस्थ हैं, जो एक अतिरिक्तअतिथि के लिए पर्याप्त नहीं थी।
आनन फ ानन में 8 नए प्रवेश करने के बाद अतिथि के लिए जगह हो गई। खास बात है कि जिन ८ बच्चो को प्रवेश दिया गया, वह अब तक पोर्टल पर दर्ज नहीं हो पाए है। आज तक उनकी मैपिंग नहीं हो पाई है। छात्र संख्या के आधार पर अतिथि शिक्षक के लिए आवेदन मंगाए गए, जिसमें 47 आवेदन आए। जिसमें से एक अतिथि शिक्षक की नियुक्ति की जाना थी। आवेदक अरविंद कुशवाहा ने बताया कि शिक्षक ने अपने संबंधियों को लाभ दिलाने की नियत से मेरिट में आए आवेदकों को बुलाने की जगह मनमर्जी से नौकरी दे दी। मामले को लेकर प्रधानाध्यापक नरेंद्र कुमार गुप्ता से बात की गई तो उनका कहना था कि मेरिट में पहले नंबर से लेकर १७ तकके सभी अभ्यार्थियो को फोन लगाया गया था। जिसमें किसी का फोन नहीं लगा तो किसी ने मना कर दिया। जिसके बाद तीन दिन इंतजार करने के बाद १८वें नंबर वाले को बुलाया गया। पोर्टल पर प्रवेश लेने वाले बच्चों की मैपिंग न होने पर वह कुछ नहीं बता पाए। वहीं मामले को लेकर संकुल प्राचार्य वी एन राजपूत का कहना था कि मेरे पास संबंधित द्वारा जो प्रस्ताव भेजा गया था। उसमें 18 नंबर वाले की नियुक्ति की बात पूछी गई थी। तब प्रधानाध्यापक ने कहा था कि सभी आवेदको से फ ोन के माध्यम से संपर्क किया जा चुका है। कुछ ने मना कर दिया एवं कुछ ने अलग जगह ज्वाइन कर लिया है। उनका कहना था कि शिक्षक द्वारा धांधली की गई है तो दिखवा लेता हूं। जांच प्रतिवेदन बना कर उच्चाधिकारियों के समक्ष रखा जाएगा।
आपके द्वारा ही मुझे पता चला है। पता करवाकर ही बता पाऊंगा कि आखिर मामला क्या है। कल ही संकुल प्राचार्य से जानकारी लेकर यदि गलत नियुक्ति की गई हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
एच सी दुबे डीपीसी टीकमगढ़
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