नल जल योजना के लिए विद्युत मोटर, बोरिंग और विद्युत कनेक्शन व पाइप लाइन का होना आवश्यक है। इन तमाम इंतजामों बावजूद यहां की नलजल योजना पूरी तरह ठप पडी हुई है।
कुछ ग्रामीणों की मानें तो यहां लगे नल जल योजना के विद्युत पंप को कुछ असरदार लोग चला कर अपने घर का पानी भर कर बंद कर देते हैं। जितने समय वह अपने घर का पानी भरते हैं उतने समय तक उस बोरिंग से पानी नीचे गिरकर बर्बाद होते रहता है।
ग्राम पंचायत मिनौरा के द्वारा हरिजन बस्ती मोहल्ले में मिशन भागीरथी के अंतर्गत एक पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। पानी की टंकी का निर्माण तो कराया गया लेकिन इस टंकी में पानी कहां से आए इसकी व्यवस्था पंचायत द्वारा नहीं की गई। इसके चलते यह पानी की टंकी शोपीस बन कर रह गई है। मोहल्लेवासी लाली, इमरत, कौशल्या, गुड्डी वंशकार, ज्ञान, मुकेश आदिवासी, राकेश, बाबू बंशकार, छिद्धू सहित अनेक लोगों ने बताया कि पंचायत द्वारा इस मोहल्ले की उपेक्षा की जा रही है। यहां के निवासियों को पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो रहा है।
पूरे मिनौरा गांव में पानी का संकट है लेकिन हरिजन बस्ती महुआ मैदान के पास नया पंचायत भवन वाले मोहल्ले के लोगों को कुछ ज्यादा ही पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इस मोहल्ले के लोग दो किलोमीटर दूर कुएं से पानी लाने को मजबूर हैं। दो दर्जन से अधिक परिवार पानी के लिए तरस रहे हैं। इसके बावजूद भी ग्राम पंचायत के सरपंच एवं सचिव इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मोहल्ले वासियों ने शासन प्रशासन से पानी का इंतजाम करने की मांग की है।