यज्ञस्थल पर बने भव्य व सुसज्जित पाण्डाल के मंच से जैसे ही संजो बघेल ने प्रस्तुति दी, श्रोताओं ने तालियों से उनका जोरदार स्वागत किया। बघेल ने भी अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया और नृत्य करने पर मजबूर कर दिया। रविवार रात भजन संध्या में 20 हजार से अधिक श्रोता पहुंचे थे। भजनों की कमेटी के सदस्यों ने भजनों की तान पर नृत्य करते हुए मां काली, वीर बजरंगबली, भोले शंकर के रूप धारण कर रोचक नृत्य किए। भजन एवं नृत्य की प्रस्तुति से उत्साहित श्रोताओं ने ‘जय श्रीराम, जय भोलेनाथ, जय महाकाल, जय बजरंगबली, जय गुरुदेवÓ के जयकारे लगाए। पूरा पाण्डाल व यज्ञ परिसर जयकारों व तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंजता रहा। रविवार दिन में हुई बारिश के बाद सुहाने मौसम में आयोजित इस भजन संध्या में बघेल ने एक से बढ़कर एक भजन सुनाए। संजो बघेल ने ‘हनुमान ने लंका में कैसी गदर मचाई रे … Ó सहित कई भजन गाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। भोला नहीं माने रे नहीं माने मचल गए नचने…, श्री राम अयोध्या छोड़ चले.. जैसे भजनों पर संजो बघेल ने पाण्डाल में उपस्थित संत-महात्माओं को भी नृत्य करने पर मजबूर कर दिया।
यज्ञ स्थल के दर्शन करने से ही दूर हो जाते हैं सारे पाप
पागल बाबा ने भक्तजनों को बताया कि यज्ञ स्थल के दर्शन कर श्रीराम कथा का स्मरण करते ही सारे पाप पुण्य में बदल जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है। बाबा ने कहा कि मेरे लिए सभी भक्त समान है, चाहे वह राजा हो या प्रजा। उन्होंने कहा कि इस महायज्ञ व श्रीराम कथा के जजमान गौर परिवार ने क्षेत्र की जनता को धर्म मार्ग के दर्शन करवाए। पागल बाबा ने कहा कि राजा वही होता है जो अपनी प्रजा के लिए हमेशा समर्पित रहता है। गौर बंधु परिवार अपने क्षेत्र की जनता को अपना परिवार मानते हैं।
इस अवसर पर डॉ. गोविन्द सिंह विधायक लहार, बृजेन्द्र सिंह राठौर पूर्व विधायक, चन्दा सुरेन्द्र सिंह ग़ौर विधायक खरगापुर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। आयोजन समिति ने सभी अतिथियों का शॉल व श्रीफल से स्वागत किया।
प्रतिदिन सुबह से श्रद्धालुओं के लिए सुबह से बालभोग, दिन में भण्डारा यज्ञ समिति की ओर से कराया जा रहा है। इसमें दूर-दूर से आने वाले हजारों भक्तगण भोजन प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। सोमवार को हुई भजन संध्या में गीतांजली ग्रुप मथुरा के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया।