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टीकमगढ़

तीन नवीन महाविद्यालयों को भवन निर्माण के लिए मिली जमीन, लेकिन नहीं हो पा रहा जमीन का सीमांकन

तत्कालीन सरकार द्वारा जिले में तीन नवीन महाविद्यालयों को खोला गया था। भवन नहीं होने के कारण उन्हें हायर सेकेंडरी विद्यालय से संचालित किया जा रहा है

टीकमगढ़Oct 20, 2019 / 08:53 pm

akhilesh lodhi

Students do not have a place to sit in higher secondary schools

Students do not have a place to sit in higher secondary schools

टीकमगढ़.तत्कालीन सरकार द्वारा जिले में तीन नवीन महाविद्यालयों को खोला गया था। भवन नहीं होने के कारण उन्हें हायर सेकेंडरी विद्यालय से संचालित किया जा रहा है। लेकिन छात्र-छात्राओं को सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है। जिससे छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि शासन ने तीनों नवीन कॉलोजों को भवन निर्माण के लिए जमीन दे दी गई है। लेकिन सीमांकन में देरी हो रही है।
जिले के बल्देवगढ़, लिधौरा और मोहनगढ़ में नवीन महाविद्यालय शासन द्वारा खोले गए है। लेकिन वहां पर न तो कॉलेज लगाने के लिए स्वयं का भवन और न ही प्राध्यापकों है। जिसके कारण कलेक्टर के निर्देश पर स्थानीय हायर सेकेंडरी विद्यालय के भवन में कक्षाओं को संचालित किया जा रहा है। जहां छात्रों को सुविधाएं मुहैया नहीं हो पा रही है। छात्रों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांगों पर महाविद्यालय के भवनों के लिए १०-१० एकड जमीन तो शासन द्वारा दे दी गई है। लेकिन सीमांकन नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण छात्रों सहित महाविद्यालय प्रबंधन को चिंता होने लगी है।

चार माह पहले मिल गई थी कॉलेज को जमीन
तीनों नवीन विद्यालयों के लिए चार महीना पहले कलेक्टर की अनुशंसा पर नवीन महाविद्यालयों को जमीन दी गई थी। कॉलेज प्रबंधन द्वारा महत्वपूर्ण दस्तावेजों को पूरा कर तहसील में लगाया गया था। लेकिन अभी तक सीमांकन नहीं हो पाया है।
छात्रों को नहीं मिल रही सुविधाएं
मोहनगढ़, लिधौरा और बल्देवगढ़ के महाविद्यालयों को करीब दो वर्ष तक हायर सेकेंडरी में संचालित किया जाएगा। जब तक कॉलेज के लिए भवन तैयार हो जाएगा। पीजी कॉलेज प्रबंधन द्वारा भवन निर्माण को लेकर तैयारी की जा रही है।
इनका कहना
नवीन महाविद्यालयों के लिए जमीन तो शासन द्वारा दी गई है। सीमांकन के लिए तहसील में फाइलें है। जल्द ही नवीन कॉलेज निर्माण के लिए शासन द्वारा बजट जारी दिया जाएगा। इसके बाद भी भवन निर्माण किया जाएगा। भवन निर्माण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।
डॉ. एमके नायक प्रचार्य पीजी कॉलेज टीकमगढ़।

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