भारी बहुमत से दूसरी बार केन्द्र में आई मोदी सरकार कल बजट पेश करेगी। इस बजट से लोगों को राहत की उम्मीद बनी हुई हैं। हर वर्ग के लोगों ने जिस प्रकार से सरकार को जनाधार दिया हैं, उसी हिसाब से हर वर्ग के लोग इस बजट से राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं। बुंदेलखण्ड के लोग भी मानसून के दौर में पेश होने वाले बजट से भी राहत की बारिश की आशा कर रहे हैं। इस बजट को लेकर महिलाएं खासी उत्साहित दिखाई दे रही हैं। इसका कारण भी जायज हैं कि एक महिला वित्त मंत्री बजट पेश करने जा रही हैं। इसे लेकर महिला वर्ग खासा उत्साहित बना हुआ हैं। वहीं किसान, व्यापारी, नेता, छात्र एवं आम लोग भी बजट को उम्मीद की नजरों से देख रहे हैं।
रोजमर्रा के चीजें हो सस्ती: केन्द्र सरकार के बजट को लेकर रूचि राजा परमार का कहना हैं कि सरकार को आम जरूरतों की चीजों को सस्ता करना चाहिए। इन चीजों की महंगाई से ही पूरे परिवार का बजट बिगड़ता हैं। लोगों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा खाने, पीने के साथ ही अन्य दैनिक उपयोग की चीजों में ही खर्च होता हैं। सरकार इन पर लगाम लगाए तो लोगों की बचत में बड़ोत्तरी होगी। मुझे लगता हैं कि महिला वित्तमंत्री इस बारे में जरूर विचार करेंगी।
गैस के दामों में हो कमी: शिवानी खेवरिया का कहना हैं कि सरकार को रसाई गैस के दामों में कमी करनी चाहिए। सरकार ने उज्जवला योजना से सिलेण्डर तो बांट दिए हैं, लेकिन कीमतें ज्यादा होने से ग्रामीण क्षेत्रों की गरीब महिलाएं इन्हें रिफल नही करा रही हैं। सरकार को गैस के साथ ही पेट्रोलियम के दामों को नियंत्रण करना चाहिए। सरकार इस बजट में इसके लिए प्रावधान करें तो अच्छा होगा।
कृषि क्षेत्र में दें विशेष बजट: किसान भी इस बजट से खासी आस लगाए बैठे हैं। कृषक कुलदीप दीक्षित का कहना हैं कि सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने एवं 2022 तक कृषि आय को दोगुना करने की बात कह रही हैं, लेकिन यूरिया, खाद, बीज के साथ ही अन्य कृषि उपकरणों के दाम हर साल बढ़ रहें हैं। ऐेसे में सरकार को इस बजट में इन चीजों के लिए विशेष प्रावधान करने चाहिए। सरकार इसी बजट में खेती के लिए कुछ करें तब कहीं जाकर इसके परिणाम सामने आएंगे।
रोजगार के लिए हो प्रयास: वहीं युवाओं ने बजट में रोजगार के लिए साधनों के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान की मांग की हैं। लक्ष्मीनारायण बिदुआ का कहना था कि युवाओं को खुद के रोजगार के साथ ही अन्य क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार को बजट में विशेष पैकेज का प्रावधान करना चाहिए। आज देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या हैं। हर आदमी खुद का रोजगार खड़ा करने की स्थिति में नही होता हैं। सरकार को इसके लिए प्रयास करने होंगे।
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हो प्रावधान: केन्द्र सरकार द्वारा पेश किए जा रहे बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विशेष प्रावधान होने चाहिए। विजय भट्टा का कहना हैं कि वर्तमान में पूरे देश में सरकारी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं। प्रायवेट सेक्टर की महंगी स्वास्थ्य सेवाएं गरीबों की पहुंच से दूर हैं। सरकार को बजट में इसके लिए सबसे ज्यादा ध्यान देकर बजट का प्रावधान करना चाहिए।
बुंदेलखण्ड को मिले विशेष पैकेज: समाजसेवी एवं कांग्रेस महामंत्री संजय नायक का कहना था कि केन्द्र सरकार को बजट में बुंदेलखण्ड के लिए विशेष पैकेज देना चाहिए। उनका कहना था कि बुंदेलखण्ड में पर्यावरण, जल संरक्षण एवं विकास सहित तमाम चीजों की आवश्यकता हैं। यहां पर शिक्षा एवं स्वास्थ्य के लिए भी बहुत काम होना हैं। बेरोजगारी, पलायन समूचे क्षेत्र की बड़ी समस्या हैं। इसके लिए सरकार को पूरी योजना बनाकर विशेष पैकेज देना चाहिए। यहां के विकास को सामान्य बजट से राहत नही मिलेगी।