आरोप है कि ग्राम वर्मामांझ में देर स्वयं के खेत पर काम कर किसानों के साथ नायब तहसीलदार ने पहले डंडों से मारपीट की और फिर दिगौड़ा थाने ले जाकर बंद करवा दिया। पीडि़त किसान निहाल सिंह घोष ने बताया कि दिन में तेज धूप रहने की वजह से वह रात में अपने बाकी 4 किसान साथियों के साथ अपने खेत को समतल करने का कार्य ट्रैक्टरों से कर रहे थे। इसी दौरान नायब तहसीलदार पहुंचे और कहने लगे कि तुम लोग शासकीय योजना के कार्य मशीनों से कर रहे हो। इसके बाद किसानों को डंडों से मारने लगे। इसके बाद 100 डायल पुलिस को बुलाकर सभी किसानों को दिगौड़ा थाने में बंद कर दिया गया। नायब तहसीलदार किसानों को बंद करने के कारण बताने में असमर्थ रहे।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत में रात्रि के समय सरकारी निर्माण कार्य में मजदूरों की जगह जेसीबी से काम करने की सूचना मिली थी। इस पर हमने जांच टीम भेजी थी। इसके बाद यह आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि अधिकारियों के द्वारा किसी भी किसान के साथ कोई मारपीट नहीं की गई है।
डॉ. सौरभ सोनबणे, एसडीएम, जतारा