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टीकमगढ़

दिन में मजदूर तो रात में जेसीबी से हो रहा तालाब का निर्माण कार्य

कोरोना वायरस के कारण देशभर में लाकडाउन के बाद शहरों से पलायन कर अपने-अपने गांव को आने वाले श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की सरकार की मंशा पर अधिकारी व कर्मचारी ही पानी फेर रहे हैं।

टीकमगढ़Jun 29, 2020 / 08:28 pm

akhilesh lodhi

 Workers are being forced to flee again

Workers are being forced to flee again


टीकमगढ़/जतारा .कोरोना वायरस के कारण देशभर में लाकडाउन के बाद शहरों से पलायन कर अपने-अपने गांव को आने वाले श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की सरकार की मंशा पर अधिकारी व कर्मचारी ही पानी फेर रहे हैं। आलम यह है कि एक बार फिर मजदूर पलायन कर शहरों की ओर रुख करने लगे हैं। शासकीय कार्य जो मनरेगा मजदूरों से करवाना सुनिश्चित किया गया था वह कार्य रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन से करवाए जा रहे हैं। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत जतारा की ग्राम पंचायत करमोरा में देखने को मिला है।
गांव के शिवशंकर यादव ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव के द्वारा गांव के मजदूरों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। लाकडाउन में अपने घर को लौटे मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार नहीं मिलने से उनके समक्ष रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
गांव में लगभग 14 लाख 99 हजार की लागत से मनरेगा योजना के तहत नवीन तालाब का निर्माण कार्य चल रहा है। इस निर्माण कार्य में दिखावे के लिए दिन में खरगापुर विधानसभा क्षेत्र के पिपरा गांव के मजदूरों से २०० रुपए प्रति खंती मजदूरी के हिसाब से ठेके पर काम करवाया जा रहा है। वहीं रात के अंधेरे में जेसीबी से कार्य करवाया जा रहा है। ऐसे में कई मजदूरों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि सरकारी रिकार्ड में सरपंच के द्वारा अपने सगे-संबंधियों के नाम मस्टररोल में दर्ज करवा दिए गए हैं। सेक्टर के उपयंत्री की मिलीभगत से यह निर्माण कार्य मशीनों से हो रहा है जबकि मूल्यांकन और मस्टरोल का सत्यापन मजदूरों का दिखाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस सेक्टर में पदस्थ उपयंत्री कभी साइट पर नहीं आते और कार्य की गुणवत्ता और भौतिक सत्यापन भी नहीं कर रहे हैं। जिला प्रशासन के निर्देशों को ताक पर रख कर ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। सरपंच से लेकर सचिव और उपयंत्री जिला प्रशासन के निर्देशों को नजरअंदाज कर रहे हैं।

इनका कहना है
मुझे इस मामले की अभी जानकारी नहीं है, अभी पता चला है। अगर जेसीबी से निर्माण कार्य हुआ है तो मैं इसकी जांच कर आता हूं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ सौरभ सोनबणे, एसडीएम, जतारा
मुझे इस बारे में अभी जानकारी मिली है। मैं पता करता हूं अगर मशीनों से निमाड़ तारी हुआ है तो निश्चित ही लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
देव आनंद शुक्ला, सहायक यंत्री
मुझे जानकारी नहीं है। कोई मशीन नहीं है।
आशीष बिहारी मिश्रा, सेक्टर उपयंत्री
गांव के मजदूर काम नहीं करते। इसलिए हम बाहर के मजदूरों व मशीनों से निर्माण कार्य करा रहे हैं।
सीताराम यादव, सरपंच

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