हाल ही में आम्रपाली ने आईएनएस से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘आजकल Metoo अभियान चल रहा है। कुछ जगहों से आवाजें भी उठी हैं। शायद उनके साथ वैसा बर्ताव हुआ होगा, लेकिन भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्रीज इससे बिल्कुल अछूती है। अब तक ऐसा कोई प्रकरण सामने नहीं आया है। जहां तक मेरी जानकारी है, भोजपुरी इंडस्ट्री में कहीं भी ऐसी आवाज नहीं उठी है। भोजपुरी इंडस्ट्री अभी साफ-सुथरी है। इतने दिनों तक मेरे साथ भी कोई ऐसी घटना नहीं हुई है। मेरे जैसी कई अन्य अभिनेत्रियां भी अब तक इससे अनटच हैं।’
इसी बीचतीत में आम्रपाली ने आगे कहा, ‘स्त्री हो या पुरुष, दोनों को संघर्ष करना पड़ता है। इससे कोई अछूता नहीं है। जो अपने काम में निपुण हैं, आज उन्हीं को काम मिल रहा है। जो काम नहीं जानते, वे काम न मिलने का शोर मचाते घूम रहे हैं। भोजपुरी इंडस्ट्री अपने काम में महारत वाले सख्श को बिना भेदभाव के काम देती है। हां, यह जरूर है कि कुछ एल्बम गानों की वजह से भोजपुरी फिल्में बदनाम हुई हैं। बावजूद इसके ज्यादातर परिवार के साथ बैठकर फिल्म देख सकते हैं। ज्यादातर फैमिली ड्रामा हैं। कई फिल्मों को सेंसर बोर्ड ने यू/ए सर्टिफिकेट भी दिया है। हमारी फिल्मों में अश्लीलता नहीं है। लोगों को बिना देखे सवाल नहीं करना चाहिए।’