यह है बीसलपुर की स्थिति
जिले के सबसे बड़े बांध बीसलपुर की भराव क्षमता ३१५.५० आरएल मीटर है, जिसमें अभी ३१३.२० आरएल मीटर पानी शेष है। इससे टोंक जिले के अलावा, जयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, दौसा व सवाई माधोपुर जिले में पेयजल आपूर्ति होती है। इस बांध में अभी करीब डेढ़ वर्ष का पेयजल मौजूद है। गत वर्ष से आधी बारिश होने पर भी यह बांध ओवरफ्लो हो जाएगा।
जिले के सबसे बड़े बांध बीसलपुर की भराव क्षमता ३१५.५० आरएल मीटर है, जिसमें अभी ३१३.२० आरएल मीटर पानी शेष है। इससे टोंक जिले के अलावा, जयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, दौसा व सवाई माधोपुर जिले में पेयजल आपूर्ति होती है। इस बांध में अभी करीब डेढ़ वर्ष का पेयजल मौजूद है। गत वर्ष से आधी बारिश होने पर भी यह बांध ओवरफ्लो हो जाएगा।
सबसे कम व सबसे अधिक
गत वर्ष अक्टूबर माह की समाप्ति के दौरान पनवाड़ सागर में सबसे अधिक ११६७ एमएम बारिश हुई थी, लेकिन इस बांध में पानी सूख चुका है। वहीं सबसे कम बारिश चंादसेन बांध के जल भराव क्षेत्र में हुई। बीस फीट भराव क्षमता वाले बांध में बिल्कुल भी पानी नहीं बचा है।
गत वर्ष अक्टूबर माह की समाप्ति के दौरान पनवाड़ सागर में सबसे अधिक ११६७ एमएम बारिश हुई थी, लेकिन इस बांध में पानी सूख चुका है। वहीं सबसे कम बारिश चंादसेन बांध के जल भराव क्षेत्र में हुई। बीस फीट भराव क्षमता वाले बांध में बिल्कुल भी पानी नहीं बचा है।
&जिले के सभी बांध अच्छी स्थिति में है। सभी का अवलोकन किया जा चुका है। पानी रिसाव या दीवारों में दरार जैसी बात सामने नहीं आई है। उम्मीद है इस बार भी मानसून अच्छा होगा।
गजानंद, सामरिया, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग, टोंक
गजानंद, सामरिया, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग, टोंक