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टोंक

जिले में एड्स के 80 रोगी, वाह-वाही लूटने के चक्कर में रिकॉर्ड में बताया रोग मुक्त

अपनी कमियों को छिपाने के चक्कर में चिकित्सा विभाग ने ये रिपोर्ट जारी कर दी। एड्स नियंत्रण योजना में लगे कार्मिक का स्थानांतरण तक कर दिया गया।
 

टोंकOct 14, 2018 / 10:57 am

pawan sharma

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राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी को रिपोर्ट भेजी कि जिले में एक भी रोगी एड्स से पीडि़त नहीं है।

टोंक. जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के हालात इतने गजब हैं कि वाह-वाही लूटने के चक्कर में आंकड़े ही गलत बता दिए। उन्होंने राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी को रिपोर्ट भेजी कि जिले में एक भी रोगी एड्स से पीडि़त नहीं है।
जबकि आलम ये है कि जिले में अभी भी 80 रोगी है। अपनी कमियों को छिपाने के चक्कर में चिकित्सा विभाग ने ये रिपोर्ट जारी कर दी। वहीं चौंकाने वाली बात ये है कि एड्स नियंत्रण योजना में लगे कार्मिक का स्थानांतरण तक कर दिया गया। इसका कारण भी ये ही माना कि जिले में अब एक भी रोगी नहीं है। ऐसे में कार्मिक को अन्य जगह लगा दिया जाए।
भीलवाड़ा में बताया दो प्रतिशत
सोसायटी के परियोजना निदेशक डॉ. एस. एस. चौहान ने गत 4 अक्टूबर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र भेजा कि वर्ष 2010-11, 2012-13 एवं 2014-15 में एचआईवी रिपोर्ट टोंक जिले की शून्य है।
जबकि भीलवाड़ा में दो एड्स के रोगी दो प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में टोंक जिला एड्स नियंत्रण एवं बचाव इकाई का कोई औचित्य नहीं है। ऐसे में इनमें लगे कार्मिकों को अन्य जगह लगा दिया जाए। जबकि वास्तविकता इससे उलट है।
भीलवाड़ा कर दिया स्थानांतरण
इस रिपोर्ट के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने संविदा पर लगे कार्मिक दिनेशकुमार जैन का स्थानांतरण भीलवाड़ा कर दिया गया। इसको लेकर दिनेश ने लक्ष्मीकांत शर्मा के जरिए उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ में याचिका दायर की।
इसमें न्यायालय ने मामले में राज्य के प्रमुख चिकित्सा सचिव, परियोजना निदेशक तथा टोंक के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

साथ ही पूछा गया है कि जिले में एक भी एड्स का रोगी नहीं है क्या? साथ ही अदालत ने सोसायटी के परियोजना निदेशक की ओर से जिला एड्स नियंत्रण एवं बचाव इकाई को भीलवाड़ा स्थानांतरित किए जाने के 4 अक्टूबर के आदेश की क्रियान्विति पर रोक लगा दी।
जिला एड्स मुक्त नहीं हुआ है। बजट के तहत व्यवस्थार्थ अब एड्स जागरूकता व उपचार संबंध कार्य भीलवाड़ा से सम्पादित किए जाएंगे।
सुरेश कुमार भण्डारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, टोंक

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