दूध डेयरी संघ की ओर से सचिव को दूध का भुगतान हर 10 दिन में किया जाता है। ऐसे में रामेश्वर समेत अन्य सचिव को-ऑपरेटिव बैंक में भुगतान लेने आए थे। रामेश्वर चौधरी ने बैंक से 50 हजार रुपए निकलवाए और बैग में रख लिए। बैंक से निकलने के बाद वह साथियों के साथ बाहर चाय की दुकान पर चाय पीने बैठ गया।
उसने रुपए से भरा बैग बैंच पर रख दिया और पानी पीने चला गया। इस दौरान दो युवक आए और बैग लेकर चले गए। जब रामेश्वर ने देखा तो बैग नहीं मिला। इस पर उसके होश उड़ गए।
साथियों के साथ उसने बैग को तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला। सूचना के बाद पुरानी टोंक थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें सामने आया कि बैग को दो युवक लेकर जा रहे हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
ग्राहकों को करना था भुगतान
सचिव रामेश्वर गांव में दूध डेयरी चलाता है। ये भुगतान उसे ग्रामीण ग्राहकों को करना था। ऐसे में राशि लेने आया था। फुटेज के अनुसार बैग लेकर जाने वाले आरोपी बैंक में भी थे। वे रुपए लेने वालों पर नजर रख रहे थे। वे काफी देर तक बैंक में रहे और उनके साथ ही बाहर निकल गए। मौका देखकर रुपए से भरा बैग लेकर फरार हो गए।