ये सरपंच ग्राम पंचायत निवारिया का कैलाशचंद जैन है। उसके खिलाफ निवारिया निवासी बाबूलाल पुत्र केसर मीणा ने एसीबी में परिवाद दिया था। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि बाबूलाल को सरपंच को वर्ष2017 में मकान का पट्टा बनवाने के लिए आवेदन किया था।
साथ ही अपना खेत अपना गांव योजना के तहत पशु टीन शेड बनवाने के लिए भी आवेदन किया था। सरपंच कैलाशचंद ने बाबूलाल ने पट्टे के लिए 13 हजार तथा पशु टीन शेड के लिए 10 हजार रुपए की मांग की। इस पर कुछ दिन पहले बाबूलाल ने सरपंच को 5 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद 8 हजार रुपए उसे अब देने थे।
इस बीच बाबूलाल ने एसीबी में परिवाद दायर कर दिया। एसीबी ने परिवाद का सत्यापन कर बाबूलाल को रंग लगे 8 हजार रुपए देकर भेज दिया। साथ ही टीम भी पहुंच गई। जैसे ही बाबूलाल सरपंच को रुपए देने लगा तो सरपंच को एसीबी कार्रवाईकी भनक लग गई। ऐसे में उसने बाबूलाल से रुपए लेने से मना कर दिया।
इस दौरान मौके पर मौजूद टीम ने सरपंच कैलाशचंद के खिलाफ रिश्वत मांगने का मामला दर्जकर लिया। एएसपी विजय सिंह ने बताया कि उक्त सरपंच को एसीबी ने एक दिसम्बर 2012 को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। तब सरपंच एक महिला से प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम जुड़वाने के लिए 5 हजार रुपए मांगे थे। मामले में आरोपी सरपंच वर्ष2017 में बहाल हो गया, लेकिन फिर से रिश्वत मामले में फंस गया है।
सरपंच ने तीन जनों के खिलाफ कराया मामला दर्ज
दूनी. दूनी सरपंच ने पुलिस थाने में तीन जनों के खिलाफ ट्रैक्टर चला चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने व ग्रामीणों की ओर से विरोध करने पर ट्रैक्टर चढ़ा जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज कराया है। थाना हैडकांस्टेबल शिवकुमार जाट ने बताया कि आरोपी दूनी निवासी लेखराज पुत्र लखमा कंजर, महेश पुत्र रणवीर कंजर व रामनिवास पुत्र पोखर भील है।
उन्होंने बताया कि सरपंच गीता देवी की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया किे तीनों आरोपी ट्रैक्टर से हकाई कर चरागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रहे थे। इस दौरान वहा मौजूद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उन पर ट्रैक्टर चढ़ा जान से मारने का प्रयास किया। इस दौरान वहा अधिक ग्रामीणों की भीड़ जमा होने लगी तो आरोपी बाइक छोड़ फरार हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।