पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय प्रशासन व पुलिस के पंचायत आम चुनावों में व्यस्त होने के चलते बजरी माफिया की मौज हुई हैं। पुलिस एवं प्रशासन की इस व्यस्तता का फायदा उठाकर सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉलियों व डंपर बनास नदी से बजरी भरकर दिन-रात बेखौफ होकर गुजर रहे हैं।
इतना ही नहीं बजरी परिवहन के दौरान माफिया जान की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। उपखंड क्षेत्र के कठमाणा में सुबह बजरी भरकर गुजर रहा एक डंपर अंसतुलित होकर पेड़ से टकराते हुए नाली में जा फंसा, जिसे बाद में के्रन से निकाला गया।
इस दौरान वहां बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियों की कतार लग गई। कुछ ट्रैक्टर ट्रॉलियां दूसरे रास्ते से निकल गई। वहीं छोटी ककराज स्थित बनास नदी में अवैध बजरी को परिवहन को लेकर काफी संख्या में वाहनों का जमावड़ा नजर आया।
एक माह में कोई विशेष कार्रवाई नहीं
उपखंड क्षेत्र के नानेर व झिराना में एसआइटी के नाके बनाकर वहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन इन नाकों के शुरु किए जाने के एक माह में कोई विशेष कार्रवाई नहीं हुई हैं।
इतना ही नहीं नाकों पर नियुक्त किए गए पटवारी तो उन नाकों पर ड्यूटी करने नहीं पहुंचे हैं। जिला पटवार संघ ने तो जिला कलेक्टर से नाकों पर टेंट, चाय, गर्म पानी, सर्दी में अलावा तापने आदि की व्यवस्था नहीं किए जाने तक नाकों पर नहीं पहुंचने तक का ज्ञापन दिया था। ऐसे में यह एसआईटी के यह नाकें निष्क्रिय ही साबित हुए हैं।