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अंतरराष्ट्रीय सेस्टोबाल खिलाड़ी अंजलि बनी एक दिन के लिए प्रधानाचार्य

International Girl’s Day: अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सेस्टोबाल खिलाड़ी अंजलि कवंर एक दिन के लिए प्रधानाचार्य बनी।

टोंकOct 12, 2019 / 02:31 pm

pawan sharma

अंतरराष्ट्रीय सेस्टोबाल खिलाड़ी अंजलि बनी एक दिन के लिए प्रधानाचार्य

अंतरराष्ट्रीय सेस्टोबाल खिलाड़ी अंजलि बनी एक दिन के लिए प्रधानाचार्य

राजमहल। स्वतंत्रता सेनानी भूराराम गुर्जर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं की मांग पर अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय सेस्टोबाल खिलाड़ी अंजली कंवर को 1 दिन के लिए विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर बिठाया गया।
इस दौरान अंजली कंवर ने विद्यालय की बालक बालिकाओं को शिक्षा के साथ अपनी रुचि के अनुसार अलग.अलग क्षेत्र में आगे बढकऱ अपने देश व गांव शहर का नाम रोशन करने का पाठ पढ़ाया।
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कंवर ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह रोजाना विद्यालय के अलावा 3 घंटे घर पर पढ़ाई करने के साथ ही सुबह और शाम अपनी रुचि के अनुसार सेस्टोबाल खेल में अपनी रुचि दिखाकर शुरुआत में उसने जिला स्तर की प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल प्राप्त किया था ।
उसके बाद उसने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के दौरान पंजाब और गुजरात राज्यों में राजस्थान की टीम के साथ अच्छा प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन किया। उसी के साथ गत कुछ दिनों पूर्व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान थाईलैंड व श्रीलंका में भारत की टीम मैं खेलकर भारत की टीम के साथ अच्छा प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
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वहीं कंवर अब चीन में होने वाले वल्र्ड कप की तैयारी में है। अंजलि कवर अभी कक्षा आठवीं की छात्रा है जिसकी उम्र अभी 14 वर्ष है। छोटी सी उम्र के अंदर देश का नाम अन्य देशों में रोशन कर तिरंगा लहराने के कारण अंजलि के गांव नयागांव व पंचायत क्षेत्र राजमहल में खुशी की लहर है ।
प्रधानाध्यापक के पद पर 1 दिन के लिए आसीन अंजलि कंवर ने राजस्थान पत्रिका को बताया कि वह सेस्टोबोल के साथ. साथ अभी तलवार बाजी की कला भी सीख रही है। कंवर का कहना है कि महिलाएं भी पुरुषों से पीछे नहीं है । बालिकाओं को भी अच्छी पढ़ाई के साथ ही अपनी रूचि के अनुसार खेल प्रतियोगिताओं व अन्य क्षेत्र में आगे बढकऱ अपने परिवार के साथ ही गांव व देश का नाम रोशन करना चाहिए।
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इस दौरान अंजलि ने प्रत्येक कक्षा की बालिकाओं से मिलकर उन्हें पढ़ाई के साथ ही खेलों में रूचि के लिए प्रोत्साहन किया। इसी प्रकार अध्यापकों से भी निवेदन कर अपनी जिम्मेदारी के साथ विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उनकी रूचि के अनुसार अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
अंजलि कंवर ने पत्रिका को बताया कि वह जीवन में शारीरिक शिक्षक बनना चाहती है। वही शारीरिक शिक्षक बनकर बालिकाओं को खेल में आगे बढ़ाने पर जोर देगी। इसी प्रकार गांव के आदर्श माध्यमिक विद्या मंदिर में अंतर्राष्ट्रीय सेस्टोबाल खिलाड़ी अंजली कंवर का फूल-मालाओं से सम्मान किया गया वही अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर अंजलि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अपनी रुचि के अनुसार हर क्षेत्र में मेहनत व लगन से आगे बढऩे पर जोर दिया गया।
पंचायत क्षेत्र के राजकीय माध्यमिक विद्यालय सतवाडा में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सभा का आयोजन किया गया जिसमें 1 दिन के लिए विद्यालय के बालिका को प्रधानाध्यापक के पद पर नैना चौधरी जिम्मेदारी सौंपी गई जिसने ***** समय के दौरान अपने पद की गरिमा व नेतृत्व को बखूबी निभाया।
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