शिविर में कुल 61 काश्तकारों को उनके निरंतर कब्जे काश्त की कुल 117 बीघा भूमि आवंटित की गई। यह आवंटन राजस्थान भू-राजस्व (निष्क्रांत कृषि भूमि का स्थायी आवंटन) नियम, 196 3 के अनुसार किया गया है।
नहीं मिल रहा था लाभ
बनवाड़ा में खाता संख्या 477 में रकबा 475 बीघा 2 बिस्वा कस्टोडियन भूमि है, जो कि आजादी के समय व देश के बंटवारे के दौरान पाकिस्तान चले गए लोगों की थी।
उक्त भूमि वर्तमान में सिवायचक पुनर्वास महकमा कस्टोडियन थी, जिस पर लगभग 70 वर्षों से बनवाड़ा में किसान कब्जा काश्त कर खेती के रुप में कृषि कर अपना जीवन यापन कर रहे थे।
ग्रामीणों ने बताया कि उक्त पर भूमि खेती कर रहे किसानों के खोतदारी नाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होने की वजह से अब तक किसी भी प्रकार का कोई लाभ भी नहीं मिल पा रहा था एवं ना ही किसान क्रेडिट कार्ड बनवा पा रहे थे तथा सरकार की किसी भी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं उठा पा रहे थे।
उल्लेखीनय है कि क्षेत्रीय विधायक ने भी कस्टोडियन सिवाय चक भूमियों पर वर्षो से काबिज किसानों को भूमि आवंटन और खातेदारी देने का मुद्दा विधानसभा में उठाया था।