सरकारी आदेशों के मुताबिक ट्रक की वजन क्षमता के मुताबिक ही उसमें बजरी भरनी चाहिए, लेकिन टोंक जिले में नीलाम की गई बजरी दो गुना से अधिक ट्रकों में भरकर भेजी जा रही है। इससे सडक़ों का पूर्ण रूप से जहां नुकसान हो रही है। वहीं सरकार के आदेशों की अवहेलना भी हो रही है। ऐसा ही मामला गुरुवार को सामने आया है।
यह भी मिलती है शिकायतें : प्रशासन के पास यह भी शिकायतें मिलती है कि रवन्ना कटवाने के बाद ट्रक चालक दूसरी जगह हाथों-हाथ ट्रक खाली कर बनास नदी में पहुंच जाता है और अवैध खनन वाली बजरी भरकर उसे गंत्वय स्थान तक उसी रवन्ना को दिखाता हुआ पहुंच जाता है। ऐसे में एक रवन्ना से दो बार बजरी का परिवहन भी करता है। हालांकि रवन्ना काटते समय खनिज विभाग की ओर से क्षमता तथा समय दिया जाता है, लेकिन 8 से 10 घंटे के अंतराल में चालक कई बार स्वयं को फंसा हुआ बताकर उस रवन्ने से दो बार ट्रक ले जाता है।
पीपलू(रा.क.). एसआईटी की कार्रवाई में डोडवाड़ी में जब्त बजरी के स्टॉक की नीलामी होने पर डंपर, ट्रेलर के बजरी भरने पहुंचने पर ग्रामीणों ने वाहनों को रुकवाते हुए विरोध करना शुरु कर दिया। ग्रामीणों ने नीलामी के अतिरिक्त भी अवैध बजरी खनन कर परिवहन करने आदि का आरोप लगाते हुए इसका विरोध शुरु किया हैं। इस पर नीलामी छुड़ाने वाले ने ग्रामीणों को जिला कलक्टर के आदेश सहित कई कागज दिखाते हुए बात कराने आदि की बाते कहीं।