ऐसे में प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था महज सीसीटीवी कैमरों के भरासे पर है। जहां कर्मचारियों की छोटी सी चूक लाखों लोगों की जान खतरे में डाल सकती है। फिर भी प्रशासन की ओर से प्लांट की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। उल्लेखनीय है कि बीसलपुर-टोंक-उनियारा पेयजल परियोजना के प्रथम चरण के तहत रखरखाव का कार्य एलएण्डटी (लार्सन एण्ड ट्रबों) कम्पनी देख रही है, जिसके अन्र्तगत देवली, टोंक व उनियारा शहरों तक बीसलपुर बांध से शुद्ध जलापूर्ति उपलब्ध करवाना है।
वहीं परियोजना के द्वितीय चरण के तहत रखरखाव का कार्य गेमन इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी के अधिन है। द्वितीय चरण के तहत देवली, टोंक, उनियारा, दूनी व नगरफोर्ट शहरों के कुल 436 गांव व कस्बों में पेयजल उपलब्ध करवाना है। दोनों ही चरणों के तहत बांध से प्राप्त जल को राजमहल स्थित प्लांट पर फिल्टर कर आगे शहरों व गांवों तक पहुचाने का कार्य है, जो प्लांट पिछले कई वर्षो से चालु होने के साथ ही जलापूर्ति भी चालु है।
उक्त पेयजल परियोजना के तहत राजमहल फिल्टर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था बालाजी सिक्योरिटी कम्पनी जयपुर के अधिन है, जिसके तहत प्लांट के मुख्य द्वार सहित अंदर 2013 से कुल 8 निजी सुरक्षा गार्ड लगे हुए थे, जिनमें तीन सुरक्षा गार्ड करीब दो वर्ष पूर्व कार्य छोडकऱ चले गए, जिसमें पांच सुरक्षा गार्ड कुछ दिनों पूर्व तक सुरक्षा कर रहे थे, जिनका मजदूरी भुगतान 15 महिनों से नहीं होने के कारण चल रहे विवाद को लेकर वो भी बीते दो दिनों से सुरक्षा का कार्य छोड़ अपने-अपने घर चले गए।
धरना प्रदर्शन के साथ चढ़े टॉवर पर
बीसलपुर टोंक उनियारा पेयजल परियोजना के राजमहल स्थित फिल्टर प्लांट पर सुरक्षा व्यवस्था में लगे निजी सुरक्षा गार्ड मजदूरी भुगतान को लेकर कई मर्तबा प्लांट के मुख्य दरवाजे पर धरना प्रदर्शन कर चुके है, वही दो बार प्लांट के अंदर लगे बीएसएनएल मोबाइल के टॉवर पर चढ़ चुके है। अब हताश होकर अपने अपने घर लौट चुके है। अब सुरक्षा पर खतरा मण्डराने लगा है।
हम बराबर प्लांट पर सुरक्षा गार्ड का कार्य कर रहे थे, मगर पिछले 15 माह से अब तक मजदूरी भुगतान नहीं होने के कारण आर्थिक स्थिति को लेकर दो दिन पूर्व से प्लांट पर जाना बंद किया है।
दुर्गा लाल कटारिया, निजी सुरक्षा गार्ड, राजमहल फिल्टर प्लांट
कम्पनी की ओर से सुरक्षा की जिम्मेदारी बालाजी सिक्योरिटी कम्पनी को दे रखी है, जिन्होंने निजी सुरक्षा गार्डों को पूर्व में ही हटा दिया था। सुरक्षा गार्ड मनमर्जी से गेट पर आते थे। फाजिल खान, राजमहल फिल्टर प्लांट मैनेजर एलएण्डटी कम्पनी।