इसमें भी किसान को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पाती है। मजबूरन उन्हें महंगे दाम पर अन्य खाद लेनी पड़ रही है। ऐसा हाल जिलेभर का है। टोंक, देवली व टोडारायसिंह में बुधवार को किसानों को कतार में लगना पड़ा। कई बार खाद की कमी के चलते किसान उमडऩे पर पुलिस की मदद लेनी पड़ती है। जबकि हर साल यह पता होता है कि रबी की बुवाई में खाद की कमी होती है। इसके बावजूद इसकी व्यवस्था नहीं की गई।
ऐसे में किसानों को रबी की बुवाई में परेशानी हो रही है। आलम यह है कि किसान का आधा परिवार दिनरात खेत में काम कर रहा है। वहीं आधे परिवार को खाद की जुगत लगानी पड़ रही है। इसके बावजूद किसी किसान को मिल रही है तो किसी को खाली हाथ ही लौटना पड़ रहा है। कृषि विभाग के मुताबिक जिले में रबी की बुवाई का लक्ष्य 398700 हैक्टेयर रखा गया है। इसमें सर्वाधिक करीब तीन लाख हैक्टेयर सरसों की बुवाई होने की उम्मीद है। जिले में रबी के लिए 30500 टन खाद की जरूरत है। जबकि अभी महज 21 हजार हजार टन ही खाद आया है।
फिलहाल सरसों का लक्ष्य 2 लाख 55 हजार हैक्टेयर तय किया है, लेकिन कृषि विभाग को उम्मीद है कि सरसों की बुवाई 3 लाख हैक्टेयर के करीब होगी। कृषि विभाग के मुताबिक जिले में गेहूं 42000, जौ 500, चना 85000, सरसों 255000, अन्य दलहन 1700 समेत अन्य फसलों की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक पिछले साल 27 हजार 221 मैट्रिक टन डीएपी जिले को मिला था, लेकिन इस साल काफी कम मिला है।
आपूर्ति करा रहे हैं
डीएपी की खाद की कमी जरूर है, लेकिन आपूर्ति कराई जा रही है। कोशिश करेंगे कि किसानों को परेशानी नहीं हो। अब तक 21 हजार मैट्रिक टन डीएपी खाद आ चुकी है।
– राजेन्द्र खण्डेलवाल, उपनिदेशक कृषि विस्तार विभाग टोंक
टोडारायसिंह. खाद की किल्लत के बीच मंगलवार को कतार में खड़े किसानों को खाद वितरित किया गया। सहायक कृषि अधिकारी हरि सहाय शर्मा ने बताया कि उपखण्ड में खाद की आवक कम होने के साथ किसानो में खाद की मांग बढ़ रही है।
सरकारी कृषि सेवा केन्द्रो पर आपूर्ति नहीं होने पर नीजि कृषि सेवा केन्द्रों पर खाद की मारामारी बढ़ रही है। स्थिति यह है कि मंगलवार को नीजि कृषि सेवा केन्द्र पर खाद आपूर्ति होने पर भीड़ बढ़ गई। लम्बी कतार के बीच कृषि अधिकारियों के बीच कतार में खड़े किसानो को ही खाद वितरित किया गया। केन्द्र पर करीब 868 यूरिया खाद की आपूर्ति की गई थी। इस दौरान कृषि पर्यवेक्षक कन्हैयालाल नरूका भी मौजूद थे।
खाद के लिए परेशान किसान
देवली. क्षेत्र में फसलों को खाद की जरूरत है, लेकिन आपूर्ति कम होने से किसान परेशान है। मंगलवार को भी खाद शहर में आने पर लेने के लिए कतार लगी।
लग गई।