थानाप्रभारी संग्राम सिंह ने बताया कि कस्बे के व्यापारी सुभाषचंद जैन का मकान गढ़ रोड पर है, लेकिन कारोबार टोंक में भी होने के कारण परिवार के सभी लोग हाउसिंग बोर्ड टोंक में रहने लग गए। इस कारण मकान सूना है। रात को दो युवक मोटर साइकिल पर उस मकान की रैकी कर रहे थे। अधिक रात होने पर राजूलाल शर्मा निवासी देई व उसका साथी दोनों मोटर साइकिल पर आए तथा मकान का ताला तोडक़र भीतर घुस गए।
दोनों ने भीतर दो-तीन घण्टे तीन-चार कमरों के ताले तोडक़र आलमारी, डेस्क, दीवान आदि को तोडक़र सभी सामान को बिखेर दिया। इस दौरान वहां रखे 9 हजार नकद, चांदी के तीन कलदार, 10 जा़ेडी बिछिया, दो चुटकियां, दो जोड़ी पायजेब, एक टिकला तथा पायजेब की जोडिय़ा व कई अन्य सामान लेकर कपड़े में बांधने की कोशिश कर रहे थे। तभी प्रताप युवा फैडरेशन के अभय सिंह शक्तावत, जयदीप सिंह, चेतन शर्मा, बृजराज सिंह कहीं से रात करीब एक बजे उनियारा आए और वारदात स्थल के पास रुके।
तभी उन्हें वहां कुछ हड़बड़ाहट होने की आवाज सुनाई दी। इस पर आरोपी राजूलाल मकान के पास दीवार से सटकर खड़ा हुआ दिखाई दिया। इस पर युवकों ने उसे पकड़ लिया तथा उससे पूछताछ करने लगे। इस बीच उसका दूसरा साथी मौका देखकर फरार हो गया। उसी समय गश्त पर निकली पुलिस के वहां पहुंचते ही चारों युवकों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया तथा वे दूसरे आरोपी के पीछे दौड़े। वहीं पुलिसकर्मियों ने भी आरोपी का पीछा किया, लेकिन अंधेरा होने के कारण वह भाग निकला। पुलिस ने सुभाषचंद जैन की प्राथमिकी पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस दूसरे आरोपी के बारे में पूछताछ कर रही है।
आरोपी राजूलाल ने देई में कुछ माह पूर्व चोरी की वारदात को अंजाम दिया था, जो बूंदी जेल में बंद था। बूंदी जेल से छूटकर आने के थोड़े दिन बाद उसने फिर चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। प्रथम दृष्टया पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह स्मैक का आदी है और देई, नैनवां, इन्द्रगढ़ तथा उनियारा के आसपास के क्षेत्र से स्मैक खरीद कर पीने को शौक रखता है।