सेवा के लिए महिलाएं भी आई आगे
मालपुरा. वैश्विक बीमारी कोरोना के चलते दिहाड़ी मजदूरो के हो रहे पलायन को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से व्यवस्थाए की गई, लेकिन मजदूरों के कदम रुकने का नाम नहीं ले रहे। वहीं मजदूर एक राज्य से दूसरे राज्यों में अपने गांवों में पहुंचने के लिए हजारों किलोमीटर का सफर भूखें प्यासे पैदल तय कर रहे है। प्रशासन की तैयारियां व समझाइश भी उनके घर पहुंचने के जज्बें को नहीं रोक पा रही है। वहीं सेवादार भी इनकी सेवा करने में पीछे नहीं रह रहे।
अहमदाबाद से आगरा, महाराष्ट्र से जयपुर की ओर पैदल जा रहे श्रमिकों को प्रशासन ने आश्रय स्थल में रोकने का प्रयास किया, लेकिन भूखे प्यासे मजदूर अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए प्रशासन से मिन्नत करते रहे। अहमदाबाद से आगरा तक के 900 किलोमीटर के लम्बे सफर में पैदल जा रहे श्रमिकों के दल को जयपुर रोड टोल नाके पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद उनकी भूख प्यास की व्यथा सुनकर एक पुलिसकर्मी ने रात के समय समाजसेवियों को उनके भोजन की व्यवस्था के लिए फोन किया तो लॉकडाउन के चलते होटल व हलवाइयों की दुकानें बंद होने से तत्काल भोजन तैयार नहीं होने की व्यवस्था के कारण एक मोहल्ले की सभी महिलाओं ने मिलकर तत्काल भोजन तैयार कर श्रमिकों को भोजन उपलब्ध कराया।