वह नैनवां निवासी अविनाश दायमा के साथ बकरा खरीद-फरोख्त का व्यवसाय करता है। गत दिनों वह अविनाश के पास से कुछ जानवर खरीद कर दिल्ली ले गया था। इसकी रकम 8 लाख रुपए लेकर नैनवां अविनाश के पास जा रहा था। वह सुबह साढ़े 11 बजे सिंधी केम्प से नैनवां-कोटा जाने वाली बस में बैठ गया। उसकी सीट पर ही एक जना और बैठा था। उसने बातें शुरू की और स्वयं को भी नैनवां जाना बताया।
जयपुर शहर से निकलने से पहले तक उसने रईस को बातों के जाल में फंसा लिया और पानी की बोतल दे दी। रईस ने पानी पिया और बातें करने लगा। कुछ देर बाद ही उसे बेहोशी छा गई। जब टोंक में पक्का बंधा आया तो आरोपी ने रईस को नैनवां आना बताकर बस से उतार दिया। नशे की हालत में रईस बस से उतर गया।
ऐसे में आरोपी रईस के पास मौजूद 8 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। जैसे-तैसे रईस टोंक में बायपास पर पहुंचा और अपने परिजनों को फोन किया। परिजनों की सूचना पर निवाई से उसके रिश्तेदार आए और मामले की जानकारी सदर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला जयपुर का बताकर रिपोर्ट वहीं दर्ज कराने को कह दिया।