वे इस अवधि में नगर परिषद की ओर से की जा रही कचरा-पात्र सफाई की वसूली का विरोध करेंगे। इसके बाद व्यापारी जिला कलक्टर को ज्ञापन सौपेंगे। महासंघ के महामंत्री माधवदास बालानी नगर परिषद की ओर से ठोस कचरा संग्रहण के नाम पर वसूली जा रही राशि को लेकर महासंघ की बैठक कार्यकारी अध्यक्ष गोविन्द गर्ग की अध्यक्षता में हुई।
इसमें व्यापारियों ने तय किया वे विरोध स्वरूप दो घंटे प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। उनका कहना है कि व्यापरी सरकार को सभी प्रकार टैक्स अदा करता है। इसके बावजूद उनसे कचरा संग्रहण के नाम पर 200 रुपए वसूले जा रहे हैं। इससे व्यापारियों में नाराजगी है।
पहले नहीं कहा था राशि लेंगे
नगर परिषद ने जब दुकानदारों तथा शहर के लोगों को कचरा-पात्र का वितरण किया था तब ये जानकारी नहीं दी थी कि उनसे राशि वसूली जा रही है। लोग तथा व्यापारी अब क्षेत्र का माहौल साफ रखने के साथ जिम्मेदारी से कचरा संग्रहण कर रहे हैं, लेकिन नगर परिषद अब कचरा उठाने के नाम पर राशि वसूल रही है।
इससे व्यापारी ठगा सा महसूस कर रहा है। इधर, दुकानों व घरों से राशि वसूलने का आदेश वर्ष2015 का है, लेकिन नगर परिषद ने इस आदेश को अब लागू कर राशि वसूलन रही है।
अनिवार्यकर दिया था पात्र रखना
नगर परिषद ने हर दुकान पर कचरा-पात्र रखना अनिवार्य कर दिया। चार साल पहले इसकी शुरुआत की गई। इसके तहत नगर परिषद ने लोगों को पहले तो सफाई के लिए जागरूक किया।
बाद में कचरा-पात्र वितरित भी किए। सडक़ पर कचरा नहीं डालने को कहा गया। अब ये राशि लेनी शुरू कर दी गई है। इसमें प्रति मकान से 15 रुपए तथा प्रति दुकान से 200 रुपए की राशि ली जा रही है।