इधर, होली पर्व के नजदीक होने पर बाजार में ग्राहकी भी बढ़ गई है। ग्राहकी को लेकर दुकानदार भी खुश हैं। बाजार में दिनभर खरीदारी के लिए भीड़ बढऩे लगी है। होली से सम्बन्धित दुकानों पर सजावट भी जारी है।
गुलाल, अबीर तथा अन्य सामग्री की सजावट बाजार में हो गईहै। इधर, मनु ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान टोंक के निदेशक बाबूलाल शास्त्री ने बताया कि होलिका दहन मुहूर्त बुधवार सुबह 10 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर दूसरे दिन गुरुवार सुबह 7 बजकर 13 मिनट तक है।
अत: होलिका दहन भ्रदा समाप्ति उपरान्त रात्रि 9 बजे से 11 बजकर 4 मिनट तक शुभ व अमृत के चौघडिय़ा में अति विशेष शुभ है। होली को लेकर बाजार में बिक्री बढ़ी देवली. होली के त्यौहार के नजदीक आते ही शहर में रंग-गुलाल व पिचकारियों की दुकाने सजने लग गई है। ऐसे में शहर के मुख्य बाजार स्थित दुकानों पर ग्राहकी बढ़ गई। वहीं ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग अभी से रंग-गुलाल की खरीदार करने लगे है।
रंग-गुलाल के व्यापारी कपिल गर्ग ने बताया कि होली-धुलण्डी महज तीन दिन दूर है। ऐसे में रंग-गुलाल के साथ बच्चों की पिचकारियां बिकना शुरू हो गई। व्यापारी ने बताया कि बच्चों को आकर्षित करने के लिए डोरोमोन, बेटेन, मोटू पतलू, पिकाचु, स्पाइडर मैन आदि की पिचकारियां खुब बिक रही है।
इसे अलावा होली स्प्रे, बैलून व मुखौटे वाली पिचकारियों भी बच्चों में ज्यादा पसंद की जा रही है। वहीं खुशबूदार गुलाल करीब सौ रूपए व सामान्य गुलाल 20 रुपए किलों बिक रही है। उन्होंने बताया कि गत पांच वर्षो में रंग के मुकाबले गुलाल से होली खेलने का के्रज बढ़ा है। इसके पीछे रंगों में रासायनिक व हानिकारक तत्व होना मुख्य कारण है। व्यापारी ने बताया कि वहीं आधुनिकता के चलते 90 फीसदी लोग खुशबूदार गुलाल ही उपयोग में ले रहे।