जबकि रात्रि में 7 बजे से 9 बजे तक तथा सुबह 4 बजे से लोगों ंकी आवाजाही रहती है। ज्ञापन में बताया गया है कि अधिकांश ट्रैक्टरों के चालक नशे तेज गति से चलाने के बीच मार्ग में चढ़ाई पर ट्रैक्टर 3 से 4 फीट उपर उठ जाते है, जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। गत रात्रि को भी एक ट्रैक्टर गिट्टी के ढेर पर चढ़ा देने वाल्मीकि गली के निकट टक्कर लगने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया।
उन्होंने बताया कि तेज गति में चलते ट्रैक्टरों के शोरगुल व लाउड स्पीकर की तेज आवाज से वृद्ध, बीमार, सामान्य व्यक्ति भी सो नहीं पाते। उन्होंने ट्रैक्टरों की आवाजाही पर रोक लगाने, दुर्घटना स्थलों पर स्पीड ब्रेकर बनवाने की मांग की है। इस दौरान जिलाध्यक्ष हरिराम परसोया, दिनेश, सुरेश, किशनलाल, राकेश वर्मा, अमित, कमलेश बाबूलाल, रामप्रसाद अन्य लोग मौजूद थे।
दो ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त बनेठा. पुलिस ने एक बजरी से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली तथा एक खाली ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त किया है। बनेठा थाना अधिकारी बाबूलाल टेपण ने बताया कि नाकाबंदी के दौरान रेलवे स्टेशन सुरेली के पास बनास नदी की तरफ से एक ट्रैक्टर ट्रॉली में आती हुई नजर आई। रोकने का इशारा करने पर ट्रैक्टर ट्रॉली का चालक कुछ दूर पहले ही रास्ते से छोडकऱ अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। इसी प्रकार सुरेली मोड़ पर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली खाली आम रास्ते पर पलटी हुई, जिसका मालिक नहीं मिलने पर खाली ट्रैक्टर ट्रॉली को संदिग्ध अवस्था में पाए जाने पुलिस थाने लाया गया।