श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया
पीपलू. यहां श्री चारभुजा मंदिर में चल रहे भागवत ज्ञान समारोह में श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया गया, जिसमें भागवताचार्य कैलाश चंद ने रास लीला के पांच अध्याय का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महारास में पांच अध्याय हैं। उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण है। कथा में भगवान का मथुरा प्रस्थान, कंस का वध, महर्षि संदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण करना, कालयवन का वध, उधव गोपी संवाद, ऊधव द्वारा गोपियों को अपना गुरु बनाना, द्वारका की स्थापना एवं रुक्मणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया गया।
पीपलू. यहां श्री चारभुजा मंदिर में चल रहे भागवत ज्ञान समारोह में श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया गया, जिसमें भागवताचार्य कैलाश चंद ने रास लीला के पांच अध्याय का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महारास में पांच अध्याय हैं। उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण है। कथा में भगवान का मथुरा प्रस्थान, कंस का वध, महर्षि संदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण करना, कालयवन का वध, उधव गोपी संवाद, ऊधव द्वारा गोपियों को अपना गुरु बनाना, द्वारका की स्थापना एवं रुक्मणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया गया।