लेकिन उसकी मॉनीटङ्क्षरग नहीं होने पर अब शहर में गंदगी के ढेर लगने लगे हैं। इसका कारण है कि घर-घर कचरा उठा रही फर्म ने वाहनों को बंद कर चालक हटा दिए हैं। ऐसे में शहर में कचरे के ढेर लगने शुरू हो गए। अचानक हटाने से वाहन चालक नाराज हो गए और कलक्ट्रेट पहुंच गए।
जहां उन्होंने जिला कलक्टर डॉ. ओमप्रकाश बैरवा तथा नगर परिषद आयुक्त ममता नागर को मानदेय दिलाने की मांग की है। इसमें बताया कि घर-घर कचरा संग्रहण के लिए वाहन चालक लिए हैं। उन्हें कई महीनों से भुगतान नहीं किया जा रहा है। सोमवार सुबह वे लोग अग्निशमन स्थित कार्यालय में भुगतान की मांग कर रहे थे। इस दौरान वहां मौजूद संवेदक के कार्मिकों ने कार्यालय के ताला लगा दिया और उन्हें वहां से भगा दिया। ऐसे में शहर से कचरा नहीं उठाया जा सका।