इसमें बताया कि करीब 8 महीने पहले अनाथालय के नाम पर एक जना रुपए मांगने आया। आरोपी ने संदीप को किसी बहाने से सांझे में लिया और कहा कि उन्हें जयपुर स्थित शिलादेवी मंदिर की पहाड़ी में सोने की मालाएं मिली है। इन मालाओं को किसी को बता नहीं सकते। ऐसा करने पर सरकार पकड़ लेगी, लेकिन वे लोग मालाएं बेचना चाहते हैं। इस पर संदीप झांसे में आ गया और मालाएं खरीदने को तैयार हो गया।
कोतवाली थाना प्रभारी बी. एल. मीणा ने बताया कि आरोपी श्यामलाल ने संदीप को जयपुर के बगरू कस्बे में बुला लिया और माला का एक मोती जांचने के लिए संदीप को दिया। संदीप की ओर से कराई गई जांच में मोती असली निकला। इस पर संदीप ने एक लाख रुपए में माला खरीदने का सौदा कर लिया और एडवांस 20 हजार रुपए दे दिए। बाकि रुपए बाद में देेन पूरी माला देने पर तय हुआ, लेकिन जब एडवांस राशि से ली गईमाला की टोंक में जांच कराई गई तो वह नकली निकली।
इसके बाद संदीप ने श्यामलाल को मालाएं लेकर पूरी राशि देने को कहकर बुलाया और पकड़ लिया। बाद में उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी ने जोधपुर, अजमेर समेत प्रदेश के कई शहरों में ऐसी वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है।
बाइक चोरी का आरोपी गिरफ्तार
कोतवाली थाना पुलिस ने जनाना अस्पताल परिसर से बाइक चोरी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली थाना प्रभारी बी. एल. मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी शोरगरान मोहल्ला निवासी अकबर पुत्र मोहम्मद रफीक है। उन्होंने आरोपी के पास से बाइक भी बरामद कर ली है।