जिसको छोडऩे के लिए खनिज विभाग के फोरमैन देशराज मीणा एवं आरएसी के एक कांस्टेबल राजाराम ने साठ हजार रुपए की मांग की थी और 52 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह से की। सत्यापन पर शिकायत सही पाई जाने पर रात को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गुंसी चैकपोस्ट पर दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उनसे रिश्वत के 52 हजार रुपए बरामद किए।
उल्लेखनीय है कि न्यायालय के आदेश के बावजूद क्षेत्र में बजरी का अवैध परिवहन हो रहा है। इससे पहले भी देवली पुलिस ने बजरी से भरी चार टै्रक्टर-ट्रॉली जब्त की थी। उल्लेखनीय है कि न्यायालय की ओर से बजरी खनन पर रोक लगाने के बाद भी अवैध तरीके से बजरी का दोहन कर इसका परिवहन करते दो ट्रकों को पुलिस ने जब्त किया था दतवास थाना प्रभारी दयाराम चौधरी ने इन्हें नाकाबंदी के दौरान जब्त था।
हैड कांस्टेबल सुरेश चौधरी मय जाप्ता किशोरपुरा एवं ललवाड़ी मोड़ पर नाकाबंदी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने ट्रक को रोका। इनमें बजरी भरी होने पर पुलिस दल ने चालक से इनके परिवहन के परमिट मांगे, लेकिन चालक संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। इस पर पुलिस ने ट्रकों को जब्त कर लिए।
खनिज विभाग की कार्रवाई देवली. जयपुर-कोटा राजमार्ग पर टीकड़ के पास रात खनिज विभाग के अभियंताओं ने बजरी से भरे चार ट्रक व एक टै्रक्टर-ट्रॉली पकड़ी है। इससे चोरी-छिपे परिवहन कर रहे बजरी माफिया में खलबली मच गई। वाहनों को हनुमाननगर थाने में खड़ा कराया गया है।
हनुमान नगर थाना प्रभारी दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि खनिज अभियंता दिनेश सुथार समेत विभागीय कर्मचारियों ने टीकड़ के पास नाकाबंदी की। इस दरम्यान वहां से गुजर रहे चार ट्रक व एक टै्रक्टर-ट्रॉली को अभियंताओं ने रुकवाया।
इनमें बजरी भरी मिली। इसे
कोटा ? ले जाया जा रहा था। वाहनों को जब्त कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि न्यायालय के आदेश के बावजूद क्षेत्र में बजरी का अवैध परिवहन हो रहा है। इससे पहले भी देवली पुलिस ने बजरी से भरी चार टै्रक्टर-ट्रॉली जब्त की थी।