टोंक

अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर हरीश मीना, BJP के किरोड़ी लाल मीणा ने भी दी धरने की चेतावनी, बल तैनात

नगरफोर्ट में अस्पताल परिसर में चल रहे धरने में शामिल होने के लिए सांसद सुखबीर सिंह जोनापुरिया व जिले के भाजपा के कई पदाधिकारी भी पहुंचे। वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा मृतक के गांव परासिया पहुंचे और पीडि़त परिवार के से मुलाकात की।

टोंकJun 01, 2019 / 04:07 pm

abdul bari

टोंक/बंथली/नगरफोर्ट.
जिले के नगरफोर्ट थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव में बुधवार को संदिग्धावस्था में हुई ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालक की मौत मामले में अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। धरनार्थियों की मांगों को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस के देवली-उनियारा विधायक व पूर्व डीजीपी हरीश मीना व जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीना ने नगरफोर्ट में अनशन शुरू कर दिया है।
नगरफोर्ट में अस्पताल परिसर में चल रहे धरने में शामिल होने के लिए सांसद सुखबीर सिंह जोनापुरिया व जिले के भाजपा के कई पदाधिकारी भी पहुंचे। वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा मृतक के गांव परासिया पहुंचे और पीडि़त परिवार के से मुलाकात की। नगरफोर्ट में जनप्रतिनिधियों व नेताओं का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर अस्पताल परिसर एवं आस-पास पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
 

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किरोड़ी बोले 5 जून को उनियारा में होंगे एकत्र
धरने को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने मांगे नहीं माने जाने पर 5 जून को उनियारा में एकत्र हो कर धरने को बड़ा रूप दिए जाने की चेतावनी दी। वहीं मांगे मान ली जाने पर धन्यवाद देने की बात कही।
परिजनों का आरोप है कि मंगलवार रात एक बजे भजनलाल ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर बोसरिया से गणेती गांव जा रहा था। इस दौरान उनियारा थाना पुलिस ने उसका पीछा किया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को नगरफोर्ट थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव में रोक लिया और चालक भजनलाल के साथ मारपीट की है।
जिला कलक्टर ने धरनार्थियों की सभी मांगे मानने का आश्वासन दिया है। लेकिन धरनार्थियों का कहना है कि मांग जब तक पूरी नहीं होगी तब तक अनशन जारी रहेगा पुलिस मुठभेड़ मामले में कलक्टर ने बयान में कहा मैंने स्वयं मौका रिपोर्ट के आधार तथा लोगों के बयान पर माना कि भजनलाल की मौत पुलिस मुठभेड़ में हुई थी। जबकि पुलिस की रिपोर्ट में दुर्घटना में मौत बताई जा रही है। तथा परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पीटपीट कर भजनलाल की हत्या हुई है।
 

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harish meena
इसलिए बढ़ी लोगों की नाराजगी
जिला कलक्टर आर. सी. ढेनवाल ने राजस्थान के मुख्य सचिव को धरनार्थियों की मांगों के साथ रिपोर्ट भेजी में बताया है कि भजनलाल की मौत पुलिस मुठभेड़ में हुई थी। इससे धरने पर बैठे लोगों में नाराजगी बढ़ गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुलिस का मानना है कि ट्रैक्टर से नीचे गिर जाने के कारण दुर्घटना में मृत्यु हुई है। फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) पुत्र हरपाल मीना के परिजन तथा धरनार्थियों का आरोप है कि पुलिस ने भजनलाल के साथ मारपीट की जिसके बाद उसकी मौत हो गई।

वहीं परिजन यह भी आरोप लगा रहे हैं कि तीन दिन बाद प्रशासन तथा पुलिस ने मामले को बदला है। जबकि शुक्रवार सुबह तक प्रशासन व पुलिस धरनार्थियों की मांगों को कुछ हद तक मानने को तैयार थे, लेकिन अब इसे मुठभेड़ बता रहे हैं।
नगरफोर्ट में अस्पताल परिसर में चल रहे धरने
डी-फ्रीज में शव को रखवाया
वहीं एम्बुलेंस में रखे शव से बदबू आने पर शुक्रवार शाम को जयपुर से मंगवाए गए डी-फ्रीज में शव को रखवाया गया। इस दौरान अजमेर सम्भागीय आयुक्त लक्ष्मीनारायण बैरवा, अजमेर पुलिस महानिरीक्षक संजीव मौजूद थे। धरनार्थियों से शुक्रवार को भी वार्ता हुई थी, लेकिन मांगें नहीं माने जाने पर लोगों ने जिला कलक्टर तथा पुलिस अधीक्षक के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं सरकारी क्षेत्र में नौकरी, मुआवजा व दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ की मांग को लेकर देवली, मालपुरा एवं निवाई में भी प्रशासन को ज्ञापन सौंपे गए।
 

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नगरफोर्ट में अस्पताल परिसर में चल रहे धरने
इन मांगों पर चल रहा है धरना
परिजन व धरनार्थी मृतक के दोनों पुत्रों के नाम 20-20 लाख की एफडी, आश्रित को सरकारी नौकरी, मामले की जांच सीबीआई से, उनियारा थाना पुलिस के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई तथा हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। मामले के अनुसार मृतक फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) पुत्र हरपाल मीना है।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने ट्रॉली में रखे फंटे से भजनलाल के सिर पर वार किया। इसके चलते फंटे पर भी खून के निशान लगे हैं। बाद में बुधवार सुबह करीब 7 बजे पुलिस ने एम्बुलेंस बुलाई और दुर्घटना बताकर भजनलाल को नगरफोर्ट चिकित्सालय के लिए रवाना कर दिया।
नगरफोर्ट में अस्पताल परिसर में चल रहे धरने
इधर, एम्बुलेंसकर्मियों का भी कहना है कि पुलिस ने एम्बुलेंस दुर्घटना में घायल को चिकित्सालय ले जाने का कह कर बुलाया था। सूचना मिलने के बाद ग्रामीण एकत्र हो गए और शव को एम्बुलेंस से नहीं उतरने दिया। ये घटनाक्रम बुधवार सुबह 7 से शुक्रवार तक जारी रहा।
 

 

इनका कहना है..

हां जिला कलक्टर की ओर से बनाईगईरिपोर्ट में पुलिस मुठभेड़ है। ये रिपोर्ट जिला कलक्टर ने प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजा है। मैं मेरी रिपोर्ट अलग से बनाउंगा।
– लक्ष्मीनारायण मीणा
सम्भागीय आयुक्त, अजमेर टोंक
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