जयपुर रोड तिलक नगर स्थित एक मकान के बाहर रखी बजरी चोरी कर ले जाने का मामला सामने आया है। गौर करने वाली बात यह है कि उक्त चोरी देवली थाना पुलिस के जवानों की मौजूदगी में की जा रही थी।
बजरी चोरी का पता मकान मालिक के जाग जाने की वजह से चला। पुलिस की उक्त कारगुजारी की लिखित शिकायत शुक्रवार को पीडि़त घीसालाल कटारिया ने एसपी टोंक से की है। एसपी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि गुरुवार रात साढ़े 11 बजे पीडि़त के घर के बाहर एक टै्रक्टर व जेसीबी मशीन आई, जिनके चालकों ने पीडि़त के घर के बाहर पड़ी बजरी भरना शुरू कर दिया। इसकी आवाज पर पीडि़त बाहर आया तथा उसने इसका विरोध किया।
इस पर ट्रैक्टर चालक ईश्वर सिंह ने अपशब्द कहते हुए मारपीट शुरू कर दी तथा कहा कि पुलिस की मर्जी से यह काम हो रहा है। चालक ने समीप खड़ी थाना पुलिस को आवाज लगाकर मौके पर भी बुला लिया।
इस दौरान पुलिस जीप में चार पुलिसकर्मी आएं, जिन्होंने जेसीबी व उसके चालक को भगा दिया। पीडि़त ने बताया कि इस आपाधाबी में टै्रक्टर चालक तो भाग गया, लेकिन बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली, मोबाइल व बाइक छोड़ गया। पीडि़त ने आरोप लगाया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पीडि़त के परिवार को छूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दी।
जान से मारने की धमकी दी- पीडि़त ने सौंपी शिकायत में बताया कि समूचे घटनाक्रम के आधे घंटे बाद एक कार में आधा दर्जन हथियारबंद लोग आएं, जिन्होंने पीडि़त परिवार के लोगों से बाइक व ट्रैक्टर की चाबी मांगी।
वहीं नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद देवली थाने का तथा घटना के वक्त मौजूद एक पुलिसकर्मी पीडि़त के पास आया, जिसनेे पीडि़त परिवार से समझौते की पेशकश की। उक्त समझौते की वार्ता लोगों ने अपने मोबाइल में कैद कर ली।
इधर, शुक्रवार को पुलिसकर्मी की ओर से पीडि़त के समक्ष गिड़गिड़ाने व माफी मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे उक्त मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध लग रही है। वहीं बजरी को लेकर पुलिस की भूमिका उजागर हुई है।
बजरी परिवहन के मामले में कुछ जवानों की मिलीभगत होने की जानकारी मिली है। एक वीडियो भी वायरल हुआ है। पुलिस अधीक्षक इसकी जांच करवा रहे है।
सतेन्द्र, कोतवाल, देवली पुलिस थाना वीडियो में नजर आ रहे पुलिसकर्मी को फिलहाल लाइन हाजिर किया गया है। मामले की जांच मालपुरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट में अन्य पुलिस कर्मियों के भी दोषी होने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आदर्श सिधू, पुलिस अधीक्षक, टोंक