कृषि मंडी में गांव भरनी, पावाडेरा, चौथ का बरवाड़ा, सारसोप, कौथून, सावलिया, पीपलवाडा, भैडोली, सीपुरा, कुरावदा, सेदरिया, गुंसी, झिलाय, नटवाडा, भगवानपुरा, राहोली, चनानी, मूंडिया, कौथून सहित जयपुर दौसा, सवाईमाधोपुर व टोंक जिले से किसान मूंगफली की फसल लेकर बेचने आ रहे है।
मंडी व्यापारी राजेंद्र टोडवाल, पवन पारीक, दीपक गुप्ता सहित कई व्यापारियों ने बताया कि इन दिनों कृषि मंडी में 50 हजार से अधिक मूंगफली की बोरियां बिकने आ रही है। बारिश होने से इस बार मूंगफली काली हो गई है, लेकिन एक किलो मूंगफली में 750 ग्राम दाना निकल रहा है।
दीपावली से पूर्व किसान फसल बेचकर शहर के बाजर से विभिन्न प्रकार की खरीदारी में लगे है। मूगंफली की खरीद में मुख्य रूप से तेल उद्योग से जुडे अजय कटारिया, सुरेश जैन, अमित कटारिया, राजू पहाडी, शिखर जैन, ओमप्रकाश अग्रवाल, ओमप्रकाश चंवरिया, विष्णु बोहरा, अमित धामणी सहित कई बड़े व्यापारी जुटे हुए है।
निवाई. कृषि उपनिदेशक राजेन्द्र कुमार खण्डेलवाल ने शनिवार को उपखंड मुख्यालय पर आधा दर्जन से अधिक कृषि आदान प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया, जिससे दुकानदारों में हडकंप मच गया। निरीक्षण के दौरान दुकानदारों को किसानों की सुविधा के लिए मूल्य सूची एवं स्टॉक में उपलब्ध आदान की सूचना दुकानों के बाहर लगाने के निर्देश दिए, जिससे किसानों को उचित मूल्य पर कृषि आदान उपलब्ध हो सके एवं कालाबाजारी नहीं हो सकें।
उपनिदेशक ने किसानों को सलाह दी है कि वे डीएपी के स्थान पर सिंगल सुपर फॉस्फेट काम में लेवें। सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक डीएपी की अपेक्षा सस्ता है एवं बाजार में आसानी से उपलब्ध भी है। सिंगल सुपर फास्फेट एक फास्फोरस युक्त उर्वरक है। उपनिदेशक ने आधा दर्जन से अधिक दुकानों का स्टॉक रजिस्टर का पोश मशीन से मिलान किया एवं गोदामों में रखे कृषि आदानों को भौतिक सत्यापन भी किया।
उन्होनें दुकानों से सिंगल सुपर फास्फेट, फेन्वेरेट 0.4 प्रतिशत डीपी का नमूना लिया। कृषि अधिकारी एवं फर्टिलाइजर इंस्पेक्टर कजोड़मल गुर्जर ने बताया कि यदि प्रयोगशाला में नमूना अमानक पाया जाता है तो सम्बन्धित के खिलाफ माननीय न्यायालय में वाद दायर किया जाएगा। इस अवसर पर कृषि पर्यवेक्षक जगदीशलाल शर्मा, गणेश सैनी एवं श्रीकुमार भी मौजूद थे।